Stock Market Closing Bell: घरेलू शेयर बाजारों में करेक्शन का दौर सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार (3 मार्च) को भी जारी रहा और प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी लगभग सपाट बंद हुए। पॉजिटिव शुरुआत के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक जैसे हैवीवेट शेयरों के साथ विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार लाल निशान में बंद हुआ।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 200 से ज्यादा अंक चढ़कर 73,427 अंक पर ओपन हुआ। यह 73,649 अंक तक चढ़ गया था। हालांकि, आधे घंटे के बाद यह लाल निशान में फिसल गया। अंत में सेंसेक्स 112.16 अंक या 0.15% गिरकर 73,085.94 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी मजबूती के साथ 22,194 अंक पर खुला। हालांकि, कुछ ही देर में यह भी लाल निशान में चला गया। अंत में निफ्टी 5.40 अंक या 0.02% की मामूली गिरावट लेकर 22,119.30 पर क्लोज हुआ।
वैश्विक स्तर पर अनिश्चताओं के कारण बाजार में सेंटीमेंट कमजोर बने हुए है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की टैरिफ घोषणाओं से बाजार में घबराहट बनी हुई है। साथ ही इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी समेत के शेयरों समेत विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने बाजार को नीचे खींचा।
निवेशकों को फरवरी में बहुत मोटा नुकसान हुआ है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप पिछले महीने में 40 लाख करोड़ रुपये घट गया। 31 जनवरी को बाजार बंद होने के बाद बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 424,99,887 करोड़ रुपये था। 28 फरवरी को बाजार बंद होने के बाद यह 384,60,048 करोड़ रुपये रह गया।
भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स 26 सितंबर 2024 को रिकॉर्ड ऊंचाई पर चढ़ने के बाद बिकवाली के दौर में बने हुए हैं। पिछले पांच महीनों में निफ्टी 50 इंडेक्स 26,277 के रिकॉर्ड उच्च स्तर से करेक्ट होकर 22,124 अंक पर आ गया है। निफ्टी50 अपने हाई से 4153 अंक या लगभग 16% नीचे चल रहा है।
पिछले सप्ताह शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 73,198 पर बंद हुआ, जो 85,978 के रिकॉर्ड हाई से 12,780 अंक या लगभग 15% नीचे है। इसी तरह, बैंक निफ्टी इंडेक्स शुक्रवार को 48,344 पर बंद हुआ, जो 54,467 के रिकॉर्ड हाई स्तर से 6,123 अंक या 11.25 प्रतिशत कम है।
हेलोइस कैपिटल (Helios Capital) के फाउंडर और चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर समीर अरोड़ा का मानना है कि घरेलू शेयर बाजारों को अभी स्थिर होने में दो से तीन महीने का समय और लग सकता हैं। अरोड़ा ने ‘बीएस मंथन’ में भारतीय शेयर बाजार को लेकर कहा कि इसमें कोई शंका नहीं है कि अभी बाजार निश्चित रूप से एक कठिन दौर से गुजर रहा है। ट्रंप और अन्य कारकों की वजह से मार्केट में अत्यधिक अनिश्चितता का माहौल है।
अरोड़ा ने भारतीय शेयर बाजार में लगातार जारी गिरावट को लेकर कहा कि मार्केट में गिरावट की गति इतनी तेज है कि ये चीजें वास्तव में तेजी से हो सकती हैं। उन्होंने ट्रंप में टैरिफ वॉर को लेकर अपनी राय रखी और कहा कि डोनल्ड ट्रंप बहुत लंबे समय तक टैरिफ का खेल नहीं खेल पाएंगे। यह अनिश्चितता 3-4 महीने के लिए ही है।
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार (28 फरवरी) को बड़ी गिरावट में बंद हुआ था। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1414 अंक या 1.90% गिरकर 73,198 पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी बड़ी गिरावट में रहा। यह 420.35 अंक या 1.86% की बड़ी गिरावट लेकर 22,124.70 पर बंद हुआ।