सोमवार को पॉवर क्षेत्र के शेयरों में आठ से 12 फीसदी का उछाल देखा गया और इसकी वजह नाभिकीय ईंधन आपूर्ति समूह द्वारा भारत के नाभिकीय कारोबार पर लगाए गए 34 साल के प्रतिबंध की समाप्ति रही।
इसतरह ऊर्जा का एक नया क्षेत्र खुल गया। एनएसजी के 45 सदस्यों ने शनिवार को भारत पर नाभिकीय कारोबार पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के अमेरिकी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। यह भारत-अमेरिका नाभिकीय ऊर्जा समझौते में महत्वपूर्ण कदम है।
ब्रोकर हाउस शेयर खान ने कहा कि यह ऊर्जा, निर्माण और ऊर्जा उपकरण के निर्माण में लगी कंपनियों के लिए बेहतर अवसर है। शेयर खान के नोट में यह भी कहा गया है कि यह विकास उन कंपनियों के लिए भी फायदेमेंद होगा जो पावर प्लांट को उपकरण की आपूर्ति करती हैं।
भेल के चेयरमैन के रवि कुमार ने एक टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि इस सौदे से उत्पन्न नाभिकीय संयंत्र के निर्माण संबंधी अवसरों से जिन कंपनियों को फायदा पहुंचेगा उनमें भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख हैं।
अरेवा टीएंडडी के शेयरों करीब 3.47 फीसदी का सुधार देखा गया लेकिन कारोबार के बंद होने तक कंपनी के शेयरों में गिरावट आई और यह 56.40 रुपए सुधरकर 1681.35 रुपए पर बंद हुआ। जबकि भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के शेयरों में 3.40 फीसदी का सुधार आया और कंपनी का शेयर 1790.55 रुपए पर पहुंच गया।
सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी के शेयरों में 4.58 फीसदी से भी अधिक का उझाल आया। टाटा पॉवर और एबीबी के शेयरों में क्रमश: 1.90 फीसदी और 2.40 फीसदी का सुधार आया और ये 1100.85 रुपए और 894.90 रुपए पर बंद हुए।
इसके अतिरिक्त किसी भी कंपनी को नाभिकीय संयंत्र का निर्माण करने और उसमें विशेषज्ञता हासिल करने में कुछ सालों का समय लग सकता है और सरकरी कंपनी न्यूक्लियर पॉवर कारपोरेशन ऑफ इंडिया ही एकमात्र ऐसी कंपनी है जो ऐसा करने में सक्षम है।
भेल के प्रमुख ने यह भी कहा कि इस सेक्टर में लाभ 20 फीसदी से ज्यादा था और इससे अगले कुछ सालों में 50 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि नाभिकीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनियां कम है और लाभ बहुत ज्यादा है।
चांदी ही चांदी
अरेवा टीएंडडी के शेयर 3.47 फीसदी चढ़े
एनटीपीसी के शेयरों ने भी 4.58 की छलांग मारी
अगले कुछ सालों में 50 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
नाभिकीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनियां कम है और लाभ बहुत ज्यादा है।