ITC Hotel Share Price: ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) आईटीसी होटल्स पर कवरेज शुरू कर दी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। जेफरीज ने आईटीसी होटल्स पर 240 रुपये का टारगेट प्राइस भी दिया है। इस तरह स्टॉक गुरुवार (13 फरवरी) के बंद भाव से 41% का अपसाइड दिखा सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि बाजार में बुल ट्रेंड की स्थिति में आईटीसी होटल्स का शेयर लॉन्ग टर्म में 280 तक जा सकता है। जबकि बियर ट्रेंड की स्थिति में स्टॉक 140 रुपये तक फिसल भी सकता है।
ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “आईटीसी होटल्स भारत के हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में दूसरी सबसे बड़ी होटल सीरीज है। साथ ही कंपनी सभी पैमानों पर काफी विविध है। पेरेंट कंपनी से अलग होने के साथ अपने खुद के प्रदर्शन की डिलीवरी स्टॉक को फिर से रेटिंग देगी।”
बीएसई पर आईटीसी होटल्स का शेयर गुरुवार (13 फरवरी) को 2.75% गिरकर 169.90 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.04% की गिरावट लेकर 76,139 पर सेटल हुआ। स्टॉक अपने लिस्टिंग प्राइस 188 रुपये प्रति शेयर से नीचे कारोबार कर रहा है। आईटीसी होटल्स का मार्केट कैप 35,525.6 करोड़ रुपये है।
1. डायवर्सिफाई पोर्टफोलियो
साल 1975 के बाद से आईटीसी का होटल्स का कारोबार तेजी से बढ़ा है। कंपनी ने खुद को होटल इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनियों में से एक के रूप में स्थापित किया है। आईटीसी होटल्स के पास मालिकाना हक वाली लगभग 140 मैनेज्ड प्रॉपर्टीज। ये प्रॉपर्टीज आईटीसी होटल्स, मेमेंटोस, वेलकमहोटल, स्टोरी, फॉर्च्यून होटल्स और वेलकमहेरिटेज जैसे छह ब्रांडों के तहत पूरे भारत में मौजूद हैं।
जेफरीज का कहना है कि आईटीसी ग्रुप से डीमर्जर आईटीसी होटल्स को अपने हिसाब से ऑपरेट करने की आजादी देगा। साथ ही कंपनी को अपने प्रमुख कारोबार पर फोकस करने और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में अपनी लीडरशिप स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी। मैनेजमेंट ने कहा है कि आईटीसी होटल्स के कमरों (Rooms) की संख्या मौजूदा 13,000 से बढ़कर अगले 4-5 वर्षों में 18,000 हो जाएगी। साथ ही होटल की संख्या 140 से बढ़कर 200 हो जाएगी।
2. विस्तार से मिलेगी गति
आईटीसी होटल्स ने ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक तरीके अपनाते हुए पिछले कुछ सालों में अपने पोर्टफोलियो में विस्तार किया है। वर्तमान में आईटीसी होटल्स के पास मालिका हक वाले 25 होटलों का पोर्टफोलियो है। इसमें 15 आईटीसी ब्रांड होटल, 9 वेलकम होटल और 1 फॉर्च्यून शामिल हैं। इसी के साथ आईटीसी होटल्स दक्षिण भारत और ओडिशा में भी अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना बना रही है।
3. ‘एसेट राइट’ स्ट्रेटेजी
आईटीसी होटल्स 2017 के बाद से ही ‘एसेट राइट’ स्ट्रेटेजी के तहत काम कर रही है। इस तहत कंपनी मौजूदा एसेट्स में सुधार, कॉन्ट्रैक्ट के तहत मैनेजमेंट का दायरा बढ़ाना और ग्रोथ के नए तरिजों को जेनरेट करने पर फोकस कर रही है। इस स्ट्रेटेजी ने आईटीसी होटल्स को टियर-2/टियर-3 शहरों में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने में भी मदद की है, जहां प्रीमियम होटल्स की मांग बढ़ रही है। इसके अलावा, डीमर्जर के बाद आईटीसी होटल्स के पास 1500 करोड़ रुपये कैश के साथ एक मजबूत डेट फ्री बैलेंस शीट है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)