यस बैंक अगले 18 से 24 महीनों के बीच तीन नए प्राइवेट इक्विटी (पीई) फंड लाने की योजना बना रहा है।
इन तीन फंडो में 30 करोड़ डॉलर वाला क्लीन एनर्जी फंड, 50 करोड़ डॉलर वाला इंफास्ट्रक्चर फंड और 7.5 करोड़ डॉलर वाला सोशल इंटरप्राइजेज फंड शामिल हैं। बाद में रियल एस्टेट फंड भी बाजार में उतारने की संभावना है।
मालूम हो कि बैंक ने अपने पहले फंड केलिए ग्लोबल इनवॉयरन्मेंट फंड से साझेदारी कर ली है जबकि बाकी दो फंड इस साल के अंत तक क्लीन एनर्जी फंड केबंद हो जाने केबाद लांच किए जाएंगे। यस बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि बैंक अमेरिका और पश्चिमी एशिया में इंफ्रास्ट्रक्चर फंड स्थापित करने के लिए मैनेजमेंट कंपनियों से सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है।
यह फंड इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की लगभग 25 से अधिक कंपनियों में निवेश करने पर अपना ध्यान केन्द्रित करेगा। फंड प्रत्येक कंपनी में 1.5 करोड़ डॉलर का निवेश करेगा जिसके लिए आवश्यक पूंजी 8 से 10 बड़े संस्थागत निवेशकों से जुटाई जाएगी। इंफ्रास्ट्रक्चर फंड का न्यूनतम टिकट साइज 50 लाख डॉलर का होगा। यस बैंक के अध्यक्ष (कॉर्पोरेट फाइनेंस और डेवलपमेंट बैंकिं ग) सोमक घोष ने कहा कि कुछ बड़े संस्थागत निवेशक जैसे इंश्योरेंस कंपनियों और पेंशन फंड ने इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में अपनी दिलचस्पी दिखाई है।
क्लीन एनर्जी फंड, जिसके समाप्त होने की अवधि 19 से 12 साल की होगी, ऊर्जा क्षमता, जल प्रबंधन और इससे जुड़े अन्य क्षेत्रों में निवेश करेगा। निवेशक को इसमें कम से कम 20 लाख डॉलर का निवेश करना पड़ेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर फंड एनर्जी सेक्टर में प्रत्येक कंपनियों या परियोजनाओं में औसतन 90 लाख डॉलर के साथ 12 से 15 इन्वेस्टमेंट का प्रबंध करेगा। यस बैंक क्लीन एनर्जी फंड में अपनी 35 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखेगा जबकि ग्लोबल एन्वॉयरमेंट की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत की होगी। खबर है कि पावर एंड ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी कंपनी एबीबी ने क्लीन एनर्जी फंड में 2 करोड़ डॉलर के निवेश की पुष्टि की है।