बीसीसीआई की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शोर-शराबे में उसके प्रतिद्वंद्वी जी समूह के इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) की बात दब सी गई थी।
आईसीएल के दबने की एक वजह यह भी है कि इसने अपने पहले सीजन में कोई ज्यादा धमाल नहीं मचाया था। पहले सीजन के टीवी रेटिंग्स को उत्साहवर्धक तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन इससे जी ग्रुप के हौंसले नहीं पस्त हुए। इस वजह से तो उसने कोशिशें जारी रखीं। इन्हीं कोशिशों का नतीजा यह है कि दूसरे सीजन में इसे नए स्पॉन्सरों का साथ मिला।
ये स्पॉन्सर उसे ऑन ग्राउंड और ऑन एयर, दोनों जगहों के लिए मिले हैं। जी स्पोट्र्स के बिजनेस हेड हिमांशु मोदी का कहना है कि, ‘हमने तो अभी बस शुरुआत की है। हमें मिल रहा रिस्पॉन्स दिनोंदिन बेहतर होता जा रहा है। इससे हम काफी उत्साहित हैं।’ इस बारे में मोदी बिलकुल सच कह रहे हैं। इसे बतौर टाइटिल स्पॉन्सर, एडेलविस का साथ मिल है। वहीं जेवीसी, डॉबर ग्लूकोज और भारत स्टूडेंट इसके साथ ऑन ग्राउंड स्पॉन्सर के तौर पर जुड़े हैं, जबकि एयरटेल और इंटेल को इसने ऑन एयर स्पॉन्सर के रूप में अपने साथ जोड़ा है।
दरअसल, अब इसने अपने टूर्नामेंट को अपने पुराने फॉर्मेट से बढ़ाकर एक वर्ल्ड सीरिज का रूप दे दिया है। इसमें तीन टीमें हिस्सा लेंगी। साथ ही, इस इनामी रकम को भी बढ़ाकर तीन करोड़ रुपये कर दिया। पहले सीजन में तो आईसीएल का प्रसारण केवल जी स्पोट्र्स में हुआ था, जबकि इस बार इस लीग की मैचें टेन स्पोट्र्स पर भी दिखाई गईं। मोदी का कहना है कि,’टेन स्पोट्र्स जैसे ग्लोबल ब्रॉडकास्टरों की पहुंच दु्निया के काफी बड़े हिस्से तक है।
इसकी वजह से हमारे मैचों को बड़े हिस्से में लोग देख पाएंगे। साथ ही, इससे हमारे स्पॉन्सरों की तादाद में भी बड़ा इजाफा होगा। इससे लंबी दौर में आईसीएल से जुड़े स्पॉन्सरों को काफी फायदा होगा।’वैसे, आईसीएल की टीवी रेटिंग्स अब भी कोई खास इजाफा नहीं हुआ है। रेटिंग्स के मुताबिक आज भी जी स्पोट्र्स पर दिखाए गए पहले तीनों मैचों की जीआरपी केवल 1.16, 1.04 और 1,4 ही रही। वहीं टेन स्पोट्र्स पर भी जीआरपी सिर्फ 2.47, 2.1 और 2.5 ही रही। दिल्ली के एक मीडिया प्लानर को कहना है कि, ‘आईसीएल में बड़े नाम तो हैं नहीं।
इसलिए टीवी दर्शकों से इसे अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा।’ वहीं स्टेडियम में आने वाले लोगों की तादाद के बारे में मोदी का दावा है कि, ‘आंकड़े तो काफी जोश दिलाने वाले हैं। पहले सीजन में प्रतियोगिता को केवल एक ही जगह आयोजित किया गया था, लेकिन इस बार इसे तीन जगहों पर आयोजित किया गया। इससे हमें इसे अगली बार भी जारी रखने में काफी सहूलियत मिलेगी। ‘ स्टेडियम में टिकट की कीमत भी काफी कम रखी गई थी। वैसे, मोदी ने कमाई के बारे में आंकड़ा देने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि,’हमें अपनी लीग पर पूरा भरोसा है।
उसकी माली हालत काफी मजबूत है और हमें नहीं लगता कि आने वाले वक्त इस हालत में कोई बदलाव आएगा।’ वैसे विशेषज्ञ तो दूसरी ही कहानी बयां कर रहे हैं। उन्हें संदेह है कि आईसीएल, आईपीएल का मुकाबला कर पाएगी। एक विश्लेषक का कहना है कि, ‘आईपीएल के बारे में भी तस्वीर अभी साफ नहीं है। फिर भी एक बात तो तय है कि चाहे आईपीएल कामयाब हो या नाकामयाब, दोनों हालत में आईसीएल का बेड़ा गर्क होने का खतरा है।’