facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

अमेरिकी वीजा मिलने में लगेगा कम वक्त

Last Updated- December 05, 2022 | 4:42 PM IST


मुंबई स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास अपना ठिकाना बदलने को तैयार है। नए ठिकाने केसाथ यहां से वीजा जारी करने की प्रक्रिया भी काफी तेज होने की उम्मीद है। दिसंबर 2009 में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास वर्तमान लिंकन हाउस से दक्षिणी मुंबई स्थित बांद्राकुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थानांतरित हो जाएगा। इस नई इमारत में 40 वीजा काउंटर होंगे, जबकि वर्तमान बिल्डिंग में महज 17 वीजा काउंटर ही हैं। जाहिर है, वीजा काउंटर बढ़ने से वीजा जारी करने की रफ्तार में भारी तेजी आएगी। फिलहाल अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से रोजाना 1500 वीजा जारी किए जाते है।


अमेरिकी दूतावास केउपप्रमुख स्टीवन वाइट ने इस बारे में बताया कि वाणिज्य दूतावास को बड़ी बिल्डिंग में स्थानांतरित किया जाएगा। इसका अहाता 11 एकड़ में फैला होगा। इसमें वाणिज्य दूतावास की इमारत के अलावा कंस्यूलेट जनरल का दफ्तर और एक स्टॉप शॉप भी होंगे। इसके अलावा मेरिन लाइन्स स्थित अमेरिकन सेंटर को भी इसी अहाते में लाने की बात है। अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के प्रोजेक्ट पर 340 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।


वाणिज्य दूतावास की नई इमारत स्थित वीजा ऑफिस में 500 आवेदकों के बैठने के लिए एयरकंडीशंड जगह मुहैया कराई जाएगी। साथ ही वीजा सेवा संबंधी जानकारी स्क्रीन के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी। वीजा दफ्तर के बाहर भी 400 लोगों के बैठने का इंतजाम होगा। अमेरिका के दुनियाभर में 246 दूतावास और वाणिज्य दूतावास वीजा मुहैया कराने का काम करते हैं। मुंबई स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की गिनती दुनिया के छठे व्यस्ततम अमेरिकी वीजा केंद्रों में होती है। यहां पिछले 2 साल में वीजा जारी किए जाने की तादाद में 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह आंकड़ा 1 लाख 25 हजार से बढ़कर 2 लाख 25 हजार तक पहुंच गया है।


पिछले साल के मुकाबले इस साल भी मुंबई से वीजा प्राप्त करने वालों की तादाद में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। भारत में वीजा की बढ़ती मांग के मद्देनजर अमेरिका ने यहां चेन्नै स्थित अपने वाणिज्य दूतावास का विस्तार किया है और नई दिल्ली स्थित दूतावास के सिस्टम में फेरबदल कर रहा है। इस साल के अंत तक हैदराबाद में भी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास खोलने की योजना है। गौरतलब है कि सिंतबर 2006 में एक पर्यटक को वीजा इंटरव्यू के लिए 6 महीने तक इंतजार करना पड़ा था। वर्तमान में लोगों को 15 दिन से ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है। छात्रों, व्यावयासियों और कामगारों के लिए यह अवधि 8 दिनों से ज्यादा नहीं होती।


वाणिज्य दूतावास वीजा जारी करने के अलावा भारत में रह रहे या यहां की यात्रा पर पहुंचे अमेरिकी नागरिकों की सहायता के लिए जिम्मेदार होते हैं। वाणिज्य दूतावास इकाई के वरिष्ठ अधिकारी ग्लेन केसर ने बताया कि भारत में अमेरिकी नागरिकों की कुल तादाद 25 हजार के आसपास है। ये भारत के 5 राज्यों और 2 केंद्रशासित क्षेत्रों में फैले हुए हैं। तकरीबन 10 हजार अमेरिकी मुंबई में रहते हैं। ग्लेन का कहना है कि हम यहां पासपोर्ट (पिछले साल 1600 पासपोर्ट जारी किए गए) भी जारी करते हैं। साथ ही यहां जन्म लेने वाले अमेरिकी नागरिकों के बच्चों के लिए नागरिकता संबधी दस्तवावेज भी मुहैया कराते हैं।


पिछले साल 100 नवजात बच्चों के लिए नागरिकता संबंधी दस्तावेज मुहैया कराए गए। साथ ही अमेरिकी नागरिकों को मौत, गिरफ्तारी, दुर्घटना आदि जैसी हालत में भी मदद मुहैया कराई जाती है। उन्होंने बताया कि भारत के 4 सेंटरोंमुंबई, चेन्नै, नई दिल्ली और कोलकाता से पिछले साल 7 लाख 25 हजार एनआईवी (गैरआव्रजन वीजा) का निपटारा किया गया, जबकि इसके पहले वाले साल में यह तादाद 4 लाख 60 हजार थी। 1 साल में इसमें 58 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।


वीजा की बढ़ती मांग के मद्देनजर कंस्युलेट जनरल ने कर्मचारियों की संख्या में भी बढ़ोतरी की है। 2005 में जहां वीजा आवेदनों के लिए इंटरव्यू लेने वाले अफसरों की तादाद 11 थी, वहीं 2007 में इन अफसरों की तादाद बढ़ाकर 19 कर दी गई। ग्लेन कहते हैं कि 2005 में हमारे पास 42 भारतीय स्टाफ थे, जिनकी तादाद अब बढ़कर 52 हो गई है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस साल के अंत यह संख्या बढ़कर 60 हो जाएगी। उनके मुताबिक, स्थायी कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी के अलावा पूरी दुनिया में करीब 50 अस्थायी कर्मचारियों की भी भर्ती की गई है।

First Published - March 18, 2008 | 11:54 PM IST

संबंधित पोस्ट