उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने औद्योगिक कचरे के निपटारे के लिए एक अनोखा तरीका ईजाद किया है। बोर्ड ने शहर के प्राथमिक उद्योगों के इर्द गिर्द रिसाइक्लिंग इकाई लगाने की योजना बनाई है।
इन इकाइयों में उद्योगों से निकलने वाले कचरे से विभिन्न उत्पाद तैयार किए जाएंगे। दरअसल आगरा को फुटवियर, फाउंड्री (ढलाई के कारखाने), कृत्रिम आभूषणों और पेठा उद्योग के लिए देश विदेश में जाना जाता है।
पर इनसे हर दिन सैंकड़ो टन कचरा भी निकलता है। इनमें पेठा उद्योग से निकलने वाला जैविक कचरा और फाउंड्री और आभूषण उद्योग से निकलने वाला धातु का अवशिष्ट भी शामिल है। आगरा के यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी बी बी अवस्थी ने बताया कि बोर्ड राज्य के विभिन्न उद्योगों के लिए रिसाइक्लिंग सूचकांक तैयार कर रहा है।
किन उद्योगों से कौन-कौन से अवशिष्ट पदार्थ निकलते हैं, इन्हें जानने के लिए उद्योगों से सूची मंगाई जा रही हैं। इस सूचकांक से पता लगाया जा सकेगा कि किस इलाके में कौन सी इकाई लगाई जानी है। अवस्थी ने बताया कि इस रिसाइक्लिंग परियोजना का काम अगले वित्त वर्ष में शुरू हो जाने की संभावना है।