उत्तराखंड सरकार ने अगले महीने शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को आसान बनाने की कवायद शुरू कर दी है।
राज्य सरकार इन तीर्थस्थलों की यात्रा करने वाले श्रध्दालुओं के लिए विमानन सेवाएं बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है। प्रदेश सरकार कई विमानन कंपनियों से राज्य से ही उड़ान शुरू कराने के लिए बातचीत कर रही है।
इस समय देहरादून के जॉलीग्रांट और नई दिल्ली के बीच किंगफिशर की दो उड़ानें चल रही हैं। वैसे एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गर्मियों के शेडयूल के बाद ही सही तस्वीर सामने आ पाएगी। गर्मियों का शेडयूल 30 मार्च से लागू हो रहा है।
देहरादून से उड़ान शुरू करने के लिए इंडियन एयरलाइन एक्सप्रेस ने नागरिक विमानन महानिदेशालय में लाइसेंस के लिए आवेदन भी कर रखा है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें महानिदेशालय से इस मामले पर सकारात्मक जवाब मिलने की उम्मीद है।’
एयर डेक्कन भी राज्य से एयरबस की उड़ान शुरू करने की योजना बना रही है। एयर डेक्कन ने भी नागरिक विमानन महानिदेशालय में लाइसेंस के लिए आवेदन कर रखा है। कंपनी इस महीने के अंत तक इस परियोजना पर अंतिम फैसला कर लेगी।
सूत्रों ने बताया कि जॉलीग्रांट के अलावा और जगह से विमान सेवाएं शुरू करना कंपनियों के लिए विस्तार का अच्छा मौका है। अगले महीने से चारधाम कहे जाने वाले केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की यात्रा शुरू होने वाली है। हर साल चारधाम की यात्रा करने के लिए लगभग 10-15 लाख श्रद्धालु आते हैं।
इसी तरह राज्य सरकार जॉलीग्रांट हवाईअड्डे से बदरीनाथ और केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी शुरू करने की योजना बना रही है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने देहरादून हवाईअड्डे पर कार्गो सेवा शुरू करने का भी आश्वासन दिया है। इसके साथ ही अधिकारी एमडीएलआर विमानन कंपनी के साथ भी बातचीत कर रहे हैं।
एमडीएलआर ने पिछले साल ही राज्य में परिचालन बंद किया था। अधिकारियों ने बताया कि एक बार विमानन कंपनियां अपना परिचालन शुरू कर दें, तो विमानों के किराए में भी कमी आएगी। राज्य सरकार भी हवाईअड्डे को नए टर्मिनल के साथ जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कार्य भी तेजी से पूरा करने की कोशिश में लगी हुई है।
दरअसल अभी तक इस परियोजना को वन विभाग की मंजूरी नहीं मिली है। अधिकारियों ने बताया, ‘जब तक सड़क बनकर पूरी नहीं होती है, तब तक यह नया टर्मिनल हमारे किसी काम का नहीं है।’
हाल ही में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने देहरादून के जॉलीग्रांट हवाईअड्डे का नवीकरण किया है। इसके बाद अब इस हवाईअड्डे पर बोइंग-737 और एयरबस-320 जैसे विमान भी उतर सकते हैं। इसके लिए सरकार ने भूमि अधिग्रहण और हवाईअड्डे के नवीकरण के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। अब इस हवाईअड्डे पर रात में विमानों के उतरने की भी सुविधा है।