प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को डेयरी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ‘क्वालिटी लिमिटेड’ के पूर्व प्रोमोटर्स के खिलाफ कथित बैंक लोन फ्रॉड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत दिल्ली और आसपास के इलाकों में कई स्थानों पर तलाशी ली। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत करीब दर्जन भर स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। धन शोधन का यह मामला ‘क्वालिटी लिमिटेड’ और उसके निदेशकों के खिलाफ सितंबर 2020 में दर्ज केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की प्राथमिकी से जुड़ा है। यह प्राथमिकी कथित तौर पर वित्तीय विवरणों में हेराफेरी और लोन राशि के हेर-फेर के जरिए ‘बैंक ऑफ इंडिया’ सहित 10 बैंकों के कंसोर्टियम से 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने के आरोप में दर्ज की गई थी।
सूत्रों ने बताया कि कंपनी के पूर्व प्रवर्तकों, निदेशकों और अन्य प्रमुख व्यक्तियों के परिसरों की तलाशी ली जा रही है। क्वालिटी लिमिटेड की शुरुआत आइसक्रीम बनाने वाली कंपनी के रूप में हुई थी और बाद में इसने दुग्ध आधारित उत्पादों में भी अपना विस्तार किया। इसके पूर्व निदेशकों में संजय ढींगरा, सिद्धांत गुप्ता, अरुण श्रीवास्तव शामिल हैं।