बोलीदाताओं की बेरुखी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद जिले में प्रस्तावित बिजली संयंत्रों के लिए वित्तीय बोली दाखिल करने की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 15 दिसंबर कर दिया है।
राज्य सरकार इलाहाबाद के बारा और करछना में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित बिजली संयंत्रों की स्थापना करना चाहती है। इन संयंत्रों की उत्पादन क्षमता क्रमश: 1,980 मेगावाट और 1,320 मेगावाट है। दोनों ही परियोजनाओं में पहले ही एक साल की देरी हो चुकी है।
परियोजना के लिए एनटीपीसी, इंडियाबुल्स, जेपी पॉवर वेंचर्स, लैंको कोंडापल्ली, जीवीके, एलएंडटी, अदानी पॉवर, रिलायंस और आइसोलक्स ने आरएफक्यू दाखिल किया था। आरएफक्यू को एक सितंबर को खोला गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभी तक एक भी कंपनी ने टैरिफ आधारित वित्तीय बोली दाखिल नहीं की है। इस बीच करछना के लिए वित्तीय बोलियों पर अभी तक कोई भी फैसला नहीं कर सकी है, जबकि इस परियोजना के लिए जेपी सबसे कम बोलीदाता के तौर पर सामने आई है।
जेपी ने 2.97 रुपये प्रति यूनिट की दर से सबसे कम बोली दाखिल की थी। यह बोली इससे पहले लैंकों और रिलायंस द्वारा दाखिल बोली से करीब 37 पैसे अधिक है।