असम के एक और जिले में बर्ड फ्लू ने अपने पांव पसार लिए हैं और इस तरह वहां प्रभावित जिलों की संख्या सात हो गई है।
गुरुवार को वहां कुछ और मुर्गे-मुर्गियों के मरने की खबर मिली। इसके अलावा कुछ कौओं की जांच करने पर उनमंह भी एच5एन1 वायरस पाए गए।
सूत्रों ने कहा कि मरे हुए कौओं की जांच भोपाल और पुणे की प्रयोगशाला में हुई और इनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई। अब तक राज्य के तीन जिलों में ही मुर्गे-मुर्गियों को मारे जाने का अभियान शुरू हो पाया है।
राज्य पशुपालन विभाग के निदेशक ए. काकतीय ने कहा कि तीन जिलों के विभिन्न गांवों से लिए गए ब्लड सैंपल भोपाल भेजे गए थे और वहां के प्रयोगशाला से मिली रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है।
इस तरह कुल सात जिले के करीब नौ इलाके में बर्ड फ्लू के फैलने की पुष्टि हुई है। असामान्य रूप से पक्षियों के मरने की घटना कार्बी आंगलांग, नौगांव, लखीमपुर, सिबसागर और गोलाघाट जिले में हुई है। मारे गए इन पक्षियों के ब्लड सैंपल भोपाल भेजे गए हैं, लेकिन अब तक रिपोर्ट नहीं मिली है।
अब तक यहां कुल चार लाख मुर्गे-मुर्गियों को मारा जा चुका है और प्रभावित किसानों को कुल 1.11 करोड़ रुपये बतौर मुआवजा बांटे जा चुकेहैं।
संभावित 5.4 लाख मुर्गे-मुर्गियों को अगले कुछ दिन में मार दिया जाएगा। गुरुवार को बारपेटा, चिरंग और डिब्रूगढ़ जिले में ऑपरेशन जारी रहा जबकि कामरूप और नलबाड़ी में यह ऑपरेशन पूरा कर लिया गया।