मुंबई में हुए आतंकी हमलों के बाद दिल्ली के बाजार में फिर से दहशत का माहौल है। बाजार से ग्राहक गायब है। हर दुकानदार अपनी-अपनी खैरियत की दुहाई कर रहा है।
सुरक्षा इंतजाम से असंतुष्ट लगभग सभी प्रमुख बाजार के कारोबारी बैठक कर रहे हैं। पहले से ही मंदी में चल रहे कारोबार पर आतंकी हमलों ने बर्फ जमाने का काम किया है। एक अनुमान के मुताबिक दहशतगर्दों के नापाक मंसूबों के कारण कम से कम दिल्ली शहर में 500 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है।
सदर बाजार
सदर बाजार में सुबह से ही ग्राहकी 30-40 फीसदी तक रही। दूसरे राज्यों से आने वाले खरीदारों की संख्या काफी कम बतायी गयी। आम दिनों में यहां लगभग 500 करोड़ रुपये का कारोबार होता है।
कनफेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स के पदाधिकारियों ने सुरक्षा इंतजाम को लेकर दोपहर में एक बैठक भी की। कनफेडरेशन के महासचिव देवराज बवेजा ने बताया कि वे इलाके के पुलिस उपायुक्त के साथ इस संबंध में एक बैठक करने वाले है।
कश्मीरी गेट
कश्मीरी गेट पर लगभग 10,000 दुकानें हैं। और यहां से भी रोजाना 200 करोड़ का कारोबार होता है। कश्मीरी गेट के कारोबारी नरेंद्र मदान कहते हैं, ‘आतंकवादी पांच सितारा होटलों में घुसकर गोली चला सकते हैं। हम व्यापारी तो सड़क पर बैठे हैं।
व्यापारियों में इस हमले को लेकर काफी रोष है।’ उन्होंने बताया कि कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली एसोसिएशन की तरफ से आतंकी हमलों में मारे गए बेगुनाहों के साथ शहीद हुए पुलिसकर्मियों के लिए एक श्रध्दांजलि सभा का आयोजन किया गया।’
करोल बाग
करोल बाग इलाके में भी लगभग 8 हजार दुकानें हैं और यहां भी रोजाना लगभग 400 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। करोलबाग ट्रेडर्स फेडरेशन के अध्यक्ष मुरली मनी कहते हैं, ‘करोल बाग में अभी हाल में ही बम फटने की वारदात हुई थी।
लेकिन मुंबई में इतने बड़े पैमाने पर आतंकी कार्रवाई के बावजूद पुलिस की तरफ से सुरक्षा इंतजाम को पुख्ता नहीं किया गया है। करोल बाग के कारोबारी अपने स्तर पर ही सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त करने की व्यवस्था कर रहे हैं।’
साउथ एक्सटेंशन
लगभग 250 दुकानों वाले इस बाजार के कारोबार संघ के प्रधान राजेश कुमार ने बताया कि गुरुवार की सुबह से उनके इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ गयी है। लेकिन रोज के मुकाबले ग्राहकी में 30-40 फीसदी की गिरावट है।
मुंबई में हुई आंतकी घटना की धमक नवाबों के शहर लखनऊ में भी सुनाई दी है। शहर में सड़कें काफी खाली-खाली रहीं और यातायात भी सामान्य के मुकाबले कम ही रहा है।
धमाकों की सबसे ज्यादा मार तो कारोबारियों पर पड़ी है जिनके लिए आज धंधा न के बराबर रहा है। राजधानी के व्यस्त और पॉश हजरतगंज इलाके में रोज गुलजार रहने वाली दुकानें आज खाली और सूनी दिखाई दीं।
हजरतगंज के जनपथ बाजार के पैराडाइज मयूजिक सेंटर की तो दोपहर तीन बजे तक बोहनी भी नहीं हो सकी थी। सर्राफा बाजार में सहालग का सीजन होने के बावजूद बिजनेस काफी ढीला रहा जबकि गल्ला मंडी में भी कारोबार रोज के मुकाबले हल्का रहा है।
पांडेगंज गल्ला मंडी के आढ़ती मुंबई से आने वाले मालों की डिलीवरी को लेकर आशंकित हैं। उनका कहना है कि सूखे मेवे, सुपारी और कई तरह की आयातित जिसें मुंबई से ही आती हैं। बाजार में माल सही समय पर न पहुंचने के चलते इनके दामों में उछाल आ सकता है।
दालों के आढ़ती मंजय तिवारी का कहना है कि काफी मात्रा में दालें इस समय मुंबई के रास्ते आ रही थीं अब इस घटना के बाद इनकी कीमतों में भी इजाफा होगा। कुछ ऐसी ही आशंका किराना बाजार के व्यापारियों का भी है जो कि आने वाले समय में भावों में बढ़त की आशंका जता रहे हैं।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रवक्ता चंद्र कुमार छाबड़ा का कहना है कि देश की औद्योगिक राजधानी में अगर कुछ भी घटता है तो उसका असर सारे देश पर होता है और लखनऊ उससे अछूता कैसे रह सकता है।
उनका कहना है कि आतंकी हमलों के बाद बाजार में वैसे भी कारोबार में कमी आती है हालांकि कुछ दिनों में हालात में सुधार हो जाता है।
सबसे बुरा हाल तो सिनेमा हॉलों का रहा है जहां पहले से ही धंधा मंदा चल रहा था। लखनऊ के सिनेमाघर साहू जहां इस समय दोस्ताना और फैशन जैसी हिट फिल्में लगी हैं दोपहर का शो करीब-करीब खाली गया है।
कुछ ऐसा ही हाल मल्टीपलेक्सों का भी है जहां न के बराबर भीड़ नजर आई है। शहर के शॉपिंग माल में भी रोज के मुकाबले आधी भीड़ भी नहीं दिखायी दी। गंज मॉल में आज दिन में रौनक नहीं दिखायी दी है।
लखनऊ में दस दिनों के ही लिए लगाए गए सालाना महोत्सव का आज तीसरा दिन था पर दिन के समय मेले में भीड़ नदारद थी। मेले के आयोजन स्थल पर दिन के समय धूल उड़ती नजर आयी। लखनऊ से मुंबई को जाने वाली ट्रेनों में आज शायद दस सालों में पहली बार जाने के लिए सीट उपलब्ध थीं।
रेलवे रिर्जवेशन सेंटर पर मुंबई की टिकटों को रद्द कराने के लिए मारामारी दिखी। लखनऊ से मुंबई को जाने वाली तीनों ट्रेनों में लोगों ने रिजर्वेशन को रद्द कराया है। इसी के साथ मुंबई को माल ले जाने वाले ट्रक आज दिन भर ट्रांसपोर्ट नगर में सुस्ताते दिखायी दिए।