मध्य प्रदेश में स्थापित हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) की मलंजखंड तांबा निष्कासन योजना की गर्मी के दौरान अतिरिक्त पानी की मांग को छत्तीसगढ़ से पूरा किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ जल उपयोग समिति ने मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित मंलजखंड तांबा निष्कासन योजना को पानी की आपूर्ति करने के लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस क्षेत्र में स्थित 200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली तांबे की खादाने एशिया की सबसे बड़ी खादानों में से एक है।
अधिकारियों के अनुसार इस योजना के लिए छत्तीसगढ़ ने बहेराकार जलाशय से 2.07 क्यूसेक पानी देना तय किया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इसके लिए एचसीएल से 99 लाख रुपये लिये है। अधिकारियों का कहना है कि कंपनी और सरकार के बीच यह संधि केवल गर्मी के मौसम में योजना में आवश्यक अतिरिक्त पानी की आपूर्ति को पूरा करने के लिये है।
इसके अलावा समिति ने चार अन्य कंपनियों को छत्तीसगढ़ के पानी को अपनी आवश्यकताओं आवश्यकताओं के अनुरुप उपभोग करने की मंजूरी देने वाला प्रस्ताव भी पारित किया है। इन कंपनियों में मारुति क्लिन कोल एंड पावर रायपुर में लगे अपने 270 मेगावाट वाले ताप विद्युत संयत्र के लिये लीलागर नदी से 30.9 लाख क्यूसेक पानी प्रतिवर्ष लेगी। सिंघल इंटरप्राइजेस प्राइवेट लिमिटेड अपने लौह संयत्र के लिये 45 लाख क्यूसेक पानी प्रतिवर्ष लेगी।