गन्ने के बाद अब राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजित सिंह ने आलू किसानों की समस्याओं को उठाया है।
मायावती सरकार पर किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाते हुए अजित सिंह ने कहा कि खुदरा और थोक बाजार में आलू के दाम घट रहे हैं लेकिन इसके बावजूद कोल्ड स्टोर मालिकों ने भंडारण की दरों को बढ़ा दिया है।
उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में आलू किसान बेहद बुरे हालात में हैं और उन्हें भंडारण के लिए अधिक कीमत चुकाने पर मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोर्ल्ड स्टोर मालिक अधिक शुल्क ले रहे हैं जबकि किसानों को अपनी उपज की वाजिब कीमत नहीं मिल रही है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने जिस तरह से गन्ना किसानों की समस्याओं को लिया उस पर भी रालोद नेता ने निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट यह साफ किया है कि राज्य सरकार को गन्ने की कीमत तय करने का पूरी तरह से अधिकार है, इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट ऐसे मामले की सुनवाई कर रहा है।
प्रदेश की मायावती सरकार को आड़े हाथों लेते हुए अजित सिंह ने कहा कि किसानों के बकाया और गन्ने की कीमतों के मसले को सही ढंग से हल नहीं किया और किसानों को अघर में छोड़ दिया गया है।