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देश से रेवड़ी बांटने की संस्कृति हटने पर ही होगा विकास : मोदी

Last Updated- December 11, 2022 | 5:31 PM IST

चुनावों में मुफ्त के वादे करना और जनता को रेवड़ी बांटने की संस्कृति देश के लिए घातक है। इस तरह के चुनावी वादों से न केवल विकास रुकता है, बल्कि  सरकारी खजाने पर अनावश्यक बोझ पड़ता है।
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में शनिवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के लोगों और खास कर युवाओं को मुफ्त की रेवड़ी बांटने वालों को नकार देना चाहिए। बिना नाम लिए इस तरह के वादे करने वाले दलों पर जम कर बरसते हुए उन्होंने कहा कि रेवड़ी बांटने वाले के सरकार में आने पर एक्सप्रेसवे, हवाई अड्डे या सुरक्षा गलियारे नहीं बनेंगे। उन्हें लगता है कि ये लोग रेवड़ी बांट कर जनता को खरीद लेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की कि देश से रेवड़ी संस्कृति को हटाना है, तभी विकास होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकारें कभी मुफ्त की रेवड़ी नहीं बांटती है, बल्कि विकास के कामों में तेजी से आगे बढ़ती है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को इस पिछड़े क्षेत्र के विकास की धुरी बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तेजी के साथ समय के आठ महने पहले इसे पूरा किया गया उसी तेजी से यहां विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के दोनो तरफ उद्योग लगेंगे। इनमें बड़े भंडारण गृह, शीत गृह और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग शामिल होंगे। सुरक्षा गलियारे के पास होने की वजह से यहां रक्षा क्षेत्र की निर्माण इकाइयों की स्थापना होगी। इस एक्सप्रेसवे से बुंदेलखंड के कोने-कोने तक विकास की रोशनी पहुंचेगी और लोगों को नए अवसर प्राप्त होंगे।
चित्रकूट से जालौन होते हुए इटावा तक पहुंचने वाले 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकापर्ण करते हुए मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने उन्हें जनप्रतिनिधि बनने का मौका देते हुए बीते आठ सालों से देश का प्रधानसेवक रहने का आशीर्वाद है। यहां पहले दो ही प्रमुख समस्या थी। एक तो खराब कानून व्यवस्था और दूसरी कनेक्टिविटी। उन्होंने कहा कि 2017 में योगी की सरकार बनने के बाद से दोनो में जबरदस्त सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदली है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का उद्देश्य है कि यातायात के बेहतरीन साधनों पर केवल बड़े शहरों का अधिकार नहीं है, बल्कि छोटे शहरों को भी मिलना चाहिए। पूर्वांचल से लेकर गोरखपुर और गंगा एक्सप्रेस वे का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़ी तादाद में छोटे शहर भी इन परियोजनाओं से जुड़े हैं और लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में हर साल 50 किमी लंबे रेलवे लाइनों का दोहरीकरण होता था, जो अब 200 किमी हो गया है। फूरे प्रदेश में एक्सप्रेस वे का जाल बिछ गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुंदेलखंड में पर्यटन को गति देने के लिए मोदी ने यहां मौजूद किलों को देखने के लिए एक विशेष सर्किट विकसित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के युवाओं के लिए किले पर चढ़ने की स्पर्धा का आयोजना किया जाए। मोदी ने कहा कि योगी की सरकार केंद्र के साथ मिल कर बुंदेलखंड की पानी की समस्या दूर कर रही है। यहां हर घर नल से जल परियोजना चलाई जा रही है तो सिंचाई की लंबित योजनाओं को पूरा किया जा रहा है। जल्द ही बुंदेलखंड के हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर तैयार होंगे और पानी की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को हरा-भरा बनाने के लिए इसके दोनों किनारों पर सात लाख पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सात जिलों से गुजरने वाला यह एक्सप्रेस-वे आवागमन में सुधार करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सहायक सिद्ध होगा। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के  के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को आठ महीने पहले ही बना कर 1,125 करोड़ रुपये बचाए गए हैं। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण करीब 14,850 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।

First Published - July 16, 2022 | 3:38 PM IST

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