ओवैसी ने मुसलमानों के साथ पक्षपात का आरोप लगाया तो चिंदबरम ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में एक भी बार मणिपुर हिंसा की बात नहीं की राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर शुक्रवार को लोकसभा में चर्चा की गई।
हैदराबाद के सांसद एआईएमआईएम सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि राष्ट्रपति के पूरे संबोधन में ‘मुसलमान तो छोड़िए, अल्पसंख्यक शब्द का भी इस्तेमाल’ भी नहीं हुआ।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश की आबादी में 14 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले मुसलमानों को नरेंद्र मोदी सरकार के तहत अपनी पहचान का खतरा नजर आ रहा है।
वहीं भाजपा के रामचरण बोहरा ने कहा कि यह सरकार ‘गरीब को गणेश’ मानकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत’ की प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना को साकार करने के लिए पर्यटन क्षेत्र में भी बहुत काम किया गया है और देश की साख दुनिया में बढ़ी है।
कांग्रेस के कार्ति चिदंबरम ने कहा कि उनकी पार्टी देश में सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक विविधता को बचाने के लिए लड़ रही है और ‘एक धर्म, एक संस्कृति, एक भाषा और अब एक मंदिर, एक भगवान की सोच का हम हमेशा विरोध करते रहेंगे।’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने कहा कि भाजपा सांसदों को केवल अच्छी-अच्छी बातें नहीं करनी चाहिए बल्कि उन्हें जमीनी हकीकत की भी बात करनी चाहिए। भाजपा के रमेश विधूड़ी ने कहा कि मोदी सरकार की सोच में नयापन है।