पश्चिम बंगाल हरित ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड(डब्लूबीजीईडीसीएल) ने ऊर्जा संरक्षण के लिए अपनी तकनीक देने के लिए पहली बार किसी रियल एस्टेट कंपनी से साझा किया है।
रियल एस्टेट क्षेत्र की सिद्धा गु्रप ने डब्लूबीजीईडीसीएल से राजरहाट में जनाडू नाम से बनने वाले अपने स्टूडियों और अपार्टमेंट में ऊर्जा संरक्षण के लिए तकनीक ली है। डब्लूबीजीईडीसीएल ने इसके लिए कंपनी से नाम मात्र की फीस ली है।
कोलकाता में समझौते की घोषणा के लिए आयोजित की गई प्रेंस काफ्रेंस में डब्लूबीजीईडीसीएल के प्रबंध निदेशक एस पी गौन चौधरी ने कहा कि भविष्य में निजी कंपनियों को इस तरह की तकनीक देते समय उनकी योजनाओं में दो फीसदी की हिस्सेदारी की मांग की जाएगी। इस अवसर पर सिद्धा ग्रुप के संयुक्त प्रंबध निदेशक संजय जैन ने कहा कि इस योजना में 120 अपार्टमेंट का निर्माण किया जाना है।
इनमें से 10 अपार्टमेंटों में ऊर्जा की बचत के लिए सोलन थर्मल वाटर हीटिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसके अलावा इस योजना में सार्वजनिक क्षेत्रों जैसे जिम, क्लब, होटलों के आस-पास साफ सफाई रखने के लिए भी उन्नत तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। जैन ने आगे बताया कि सिद्धा ग्रुप इस योजना में कार्बन क्रेडिट तकनीक लगाने के लिए भी प्रयास कर रहा है।
सिद्धा ग्रुप सोलर थर्मल लाइटनिंग सिस्टम को जनाडू और राजरहट में ही कंपनी की दूसरी योजना सिद्धा पाइन्स के बीच 500 मीटर के फैलाव में लगाई जाएगी। इस तकनीक से बिल्डिंग में प्रयोग की जाने वाली कुल ऊर्जा के तीस फीसदी की बचत की जा सकेगी।