उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार की स्वामित्व वाली चीनी मिलों को खरीदने के लिए बजाज हिंदुस्तान और डालमिया समेत पांच कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।
उल्लेखनीय है कि इन मिलों को बेचने के लिए राज्य सरकार की ओर से बोली आमंत्रित की गई थी, जिसे सोमवार को लखनऊ में खोला गया। तीन अन्य कंपनियां, जिसने बोली में भाग लिया है, उनमें मेघना, चङ्ढा और डायमंड शामिल हैं।
बजाज देश की प्रमुख चीनी उत्पादक कंपनी है और राज्य में इसकी 16 मिलें हैं, जबकि डालमिया के पास सुल्तानपुर जिले और शाहजहांपुर में तीन चीनी मिलें हैं। गन्ना और चीनी कमिश्नर एच.एस. दास ने बिानेस स्टैंडर्ड को बताया कि आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि पहले 13 मई को तय की गई थी, लेकिन उस समय तक केवल बजाज और डालमिया ने ही आवेदन जमा कराए थे।
ऐसे में आवेदन जमा कराने की तिथि को आगे बढ़ा दिया गया और सोमवार को इसकी अंतिम तिथि थी। राज्य सरकार के अधीन कुल 33 चीनें मिलें हैं, जिनमें 22 काम कर रही हैं, जबकि शेष बंद पड़ी हैं। ऐसे में सरकार इन मिलों के निजीकरण की तैयारी कर रही है, ताकि किसानों को गन्ना पेराई के मौसम में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।