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बनारस से बहेगी निर्यात की गंगा

Last Updated- December 07, 2022 | 10:07 PM IST

उत्तर प्रदेश निर्यात संवर्धन ब्यूरो (ईपीबी) वाराणसी से निर्यात कारोबार को मजबूत करने की जुगत में है। इसके लिए ईपीबी बनारस विकास प्राधिकरण (बीडीए) के साथ मिलकर वाराणसी में एक ‘सांस्कृतिक परिसर’ की स्थापना करेगा।

इस सांस्कृतिक परिसर में शहर भर की कला और शिल्प के विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस परियोजना को भारत सरकार की निर्यात बुनियादी संरचना और अन्य संबंधित गतिविधियों के विकास के लिए राज्यों को सहायता (एएसआईडीई) योजना के अंतर्गत लिया गया है।

बीडीए जहां एक कार्यान्वयन एजेंसी है वहीं योजना को मूर्त रूप देने के लिए ब्यूरो एक सुविधाप्रदाता के रूप में काम करेगा। ईपीबी के संयुक्त आयुक्त प्रभात कुमार ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘यह केंद्र विभिन्न वस्तुओं के लिए न केवल एक समग्र दुकान होगी बल्कि बनारस की समृध्द संस्कृति और विरासत की प्रदर्शनी भी होगी।

इस केंद्र से जहां एक ओर निर्यात को बढ़ावा मिलेगी वहीं दूसरी ओर यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनेगा।’ केंद्र दिसंबर तक शुरू  हो जाएगा। इस केंद्र का उपयोग कला और शिल्प उत्पादों को प्रदर्शनी के लिए भी किया जाएगा।

यहां प्रदर्शित किए जाने वाले मुख्य उत्पादों में ग्लास मनकों, सिल्क की साड़ी और सिल्क ड्रेस मटेरियल, लकड़ी के खिलौने, दरी, ज्वेलरी आदि को शामिल किया जाएगा।

इस परियोजना को पूरा करने के लिए 6.18 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। कुमार ने बताया, ‘केंद्र को विकासित करने और उस विकास को स्थायी बनाए रखने के लिए पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं सबसे महत्वपूर्ण है।

First Published - September 25, 2008 | 8:51 PM IST

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