केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन (एचईसी) को अपने ग्राहकों की सूची में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नाम भी जुड़ने की उम्मीद है।
दरअसल, इसरो के चेयरमैन जी माधवन नायर ने कहा है कि भविष्य में अंतरिक्ष परियोजनाओं में एचईसी की मदद ली जा सकती है। इसरो से ऑर्डर मिलने के बाद एचईसी को नए ग्राहक मिलने की उम्मीद है।
इससे कंपनी को इस्पात जैसे पारंपरिक क्षेत्र के साथ ही अंतरिक्ष अनुसंधान और परमाणु ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में कदम रखने में भी मदद मिलेगी। सितंबर 2008 में लॉन्च किए गए पहले मानव रहित विमान चंद्रयान को अंतरिक्ष में भेजने के लिए लॉन्च पैड और टावर क्रेन भी एचईसी ने ही बनाए थे।
कंपनी अब अगले चंद्र अभियान के लिए लॉन्च पैड बनाने की इच्छा जाहिर कर चुकी है। इससे पहले 10 मार्च को परमाणु ऊर्जा आयोग के चेयरमैन अनिल काकोदर भी एचईसी के संयंत्रों का दौरा कर चुके हैं। वह भी कं पनी से काफी प्रभावित हुए।