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ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद मुंबई में घरों की बिक्री बढ़ी

Last Updated- December 11, 2022 | 5:52 PM IST

कोविड महामारी की सबसे ज्यादा मार झेलने वाले मुंबई की रियल एस्टेट इंडस्ट्री मंदी और महामारी की गिरफ्त से आजाद हो चुकी है। जून महीने के दौरान मुंबई में घरों बिक्री पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा हुई है। सालाना आधार पर जून महीने में घरों का पंजीकरण में 20 फीसदी जबकि सरकारी राजस्व में 63 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। हालांकि पिछले महीने मई की तुलना में संपत्ति इकाईयों के पंजीकरण में कमी हुई है।
इस साल जून महीने में भी घरों की बिक्री की रफ्तार बरकार रही जबकि मेट्रो उपकर और स्टॉप ड्यूटी में अप्रैल से एक फीसदी की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर बढ़ाने के कारण बैंकों ने भी अपने ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की जिससे घर कर्ज महंगा हो गया। जून में हर दिन करीब 300 पंजीकरण हुआ। संपत्ति सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया के मुताबिक मुंबई में जून 2022 में 9,401 इकाइयों की संपत्ति बिक्री पंजीकरण हुआ,  जिससे राज्य सरकार के खजाने में राजस्व के रुपये में 685 करोड़ रुपये जमा हुए। जून 2022 में पंजीकृत इकाइयों की संख्या जून महीने के लिए एक दशक में सबसे अच्छी थी। जून महीने में सबसे ज्यादा 500 से 1000 वर्ग फुट के घरों की बिक्री हुई जिनकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है। जून 2022 में पंजीकृत सभी संपत्तियों में से 87 प्रतिशत आवासीय सौदे थे। जबकि वाणिज्यिक संपत्ति सौदों का योगदान आठ प्रतिशत था।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि मुंबई रियल एस्टेट बाजार में घरेलू स्वामित्व एंकरिंग विकास के प्रति मजबूत उपभोक्ता भावना के साथ मजबूत मांग देखी जा रही है। यहां तक कि होम लोन की ब्याज दर में वृद्धि और संपत्ति की कीमतों में वृद्धि के साथ, ये संख्याएं अनुकूल सामर्थ्य स्तर और मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था के कारण हासिल की गई हैं। मांग की निरंतर गति ने सुनिश्चित किया है कि राज्य सरकार के राजस्व में भी निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। स्टाम्प शुल्क संग्रह से प्राप्त राजस्व में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। हमें उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में बिक्री में तेजी बनी रहेगी क्योंकि आर्थिक विकास जारी रहेगा।
ऑस्ट्रेलिया के आरईए समूह के स्वामित्व वाली संपत्ति सलाहकार कंपनी प्रॉपटाइगर डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक यह तिमाही रियल एस्टेट इंडस्ट्री के लिए बेहतरीन रही। इस साल अप्रैल-जून की  तिमाही में भारत के 8 बड़े शहरों में घरों की बिक्री 4.5 गुना बढ़ गई। इस दौरान कुल 74,330 घर बिके। पिछली तिमाही जनवरी-मार्च के मुकाबले इस तिमाही में घरों की मांग पांच फीसदी ज्‍यादा रही। पिछले साल अप्रैल-जून की तिमाही में कुल 15,968 घर बिके थे। 2022 की जनवरी-मार्च तिमाही में यह संख्‍या बढ़कर 70,623 हो गई।
इस साल मुंबई में आवास की बिक्री अप्रैल-जून  के दौरान कई गुना बढ़कर 26,150 इकाई हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में केवल 3,380 इकाई थी। यह पिछली तिमाही में बिकीं 23,360 इकाइयों से 12 फीसदी अधिक थी। पुणे में अप्रैल-जून 2022 में 13,720 इकाइयों की बिक्री हुई, जबकि एक साल पहले की अवधि में 2,500 इकाइयों की बिक्री हुई थी। यह जनवरी-मार्च 2022 में बिकीं 16,310 इकाइयों से 16 प्रतिशत अधिक थी।

First Published - July 1, 2022 | 1:00 AM IST

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