जहां इस साल मंदी ने निजी क्षेत्र की कंपनियों को नियुक्तियां करने के लिए प्रबंधन कॉलेजों से दूरी बनाने को मजबूर कर दिया।
वहीं सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ने भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ से काफी नियुक्तियां की। इस साल सरकारी कंपनियों ने आईआईएम लखनऊ से 65 छात्रों को परिसर नियुक्तियों में चुना है।
कोल इंडिया लिमिटेड, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड और ओएनजीसी आईआईएम लखनऊ से नियुक्तियां करने वाली 15 सरकारी कंपनियों में शामिल थीं। सीआईएल और सेल ने 12-12 छात्रों की नियुक्ति की है।
आईआईएम लखनऊ के प्लेसमेंट सेल के चेयरमैन सुशील कुमार ने बताया, ‘संस्थान के 267 छात्रों में से 65 छात्रों को सरकारी कंपनियों में नौकरी मिली है।’ संस्थान के 25 छात्रों को प्लेसमेंट प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही जॉब के ऑफर मिल चुके थे, जबकि लगभग 7 छात्रों ने अपना कारोबार शुरू करने का फैसला लेते हुए प्लेसमेंट प्रक्रिया में भाग नहीं लिया।
पिछले साल संस्थान की प्लेसमेंट प्रक्रिया में सिर्फ 2 सरकारी कंपनियों ने ही हिस्सा लिया था, लेकिन छात्रों की दिलचस्पी नहीं होने के कारण उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा था। आईआईएम लखनऊ के एक छात्र ने बताया, ‘इस साल आर्थिक हालात पिछले साल के मुकाबले काफी अलग हैं। इस साल छात्र जॉब सिक्योरिटी को अच्छे पद और वेतन पैकेज से ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं।’
हालांकि संस्थान ने छात्रों को मिले वेतन पैकेज के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। परिसर में आने वालो में मैकेंजी ऐंड कंपनी, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, प्रॉक्टर ऐंड गैंबल, हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड, एचएसबीसी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई ग्रुप, डॉयचे बैंक, अमेरिकन एक्सप्रेस, फ्रॉस्ट ऐंड सुलिवन, एशियन पेंन्ट्स, कैडबरी, जॉनसन ऐंड जॉनसन, ग्लैक्सो और रेकिट बेकिंसर जैसी कंपनियां शामिल हैं।