कोविड संक्रमण के चलते तीन सालों तक लगातार आर्थिक गतिविधियां सामान्य न रहने के बाद भी उत्तर प्रदेश फिर से विकास के रास्ते पर है और वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 19.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है।
उत्तर प्रदेश के सालाना बजट पर विधानसभा में तीन दिनों तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला और पिछली सरकार की तुलना में प्रदेश में आयी आर्थिक बेहतरी के आंकड़े प्रस्तुत किए। विधानसभा ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 का सालाना बजट पारित किया।
मुख्यमंत्री ने बजट पर कहा कि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने समाजवाद के बहाने प्रधानमंत्री के प्रयासों को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि हमारी योजनाओ का आधार पंडित दीनदयाल जी के ‘अंत्योदय’ विचार हैं। पिछली सरकार की चुलना में बढ़े राजस्व का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 में राज्य का कर राजस्व लगभग 86000 करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2021-22 में 80 फीसदी बढ़कर 1.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। वर्ष 2016-17 में जीएसटी और वैट से लगभग 51800 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई, जो कोविड के बावजूद वर्तमान में बढ़कर लगभग 90000 करोड़ रुपये हो गयी है।