शुरुआती दो मैचों के बाद कोलकाता नाइट राइर्ड्स के निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद कोलकता में इंडियन प्रीमियर लीग की दीवानगी में कोई कमी नहीं आई है।
आईपीएल का जादू यहां सिर चढ़कर बोल रहा है और इसका खामियाजा शहर के मल्टीप्लेक्स को उठाना पड़ रहा है। रेटिंग की बात करें तो पता चलता है कि कोलकाता में फिल्मों के शौकिन थिएटरों में जाने की जगह स्टेडियम में या फिर टीवी पर कोलकाता नाइट राइडर्स के क्रिकेट मैच देखना पसंद कर रहे हैं।
सिने उद्योग के विश्लेषकों के मुताबिक शहर में सिनेमाघर मालिकों को आईपीएल के हाथों लगभग 10 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है। राजस्व के लिहाज से शुक्रवार, शनिवार और रविवार मनोरंजन उद्योग के लिए महत्वपूर्ण दिन हैं। शहर में क्रिकेट के उत्साह के मौजूदा स्तर पर विचार कर रहे प्रमुख मल्टीप्लेक्स और थिएटर प्रबंधकों का मानना है कि इससे 3 बजे, 6 बजे और 9 बजे वाले शो पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा जो कमाई के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हैं।
कोलकाता में फैमे सिनेमाज के एक अधिकारी ने कहा, ‘कोलकाता नाइट राइडर्स के मैदान में उतरने से सप्ताह और सप्ताह के अंतिम दिन दोनों में हमारा कारोबार कम से कम 10 प्रतिशत तक प्रभावित हुआ है।’ कोलकाता के मल्टीप्लेक्सों में सप्ताहांत के दौरान 3,000 और 5,000 के बीच सिने प्रेमी आते हैं वहीं बाकी दिन 1,000-2500 लोग यहां फिल्मों का लुत्फ उठाने के लिए पहुंचते हैं।
सिने प्रेमी शहर में प्रमुख मल्टीप्लेक्स में औसतन 170 रुपये प्रति टिकट पर खर्च करते हैं वहीं दूसरे सिनेमाघरों में प्रति टिकट पर 80-150 रुपये खर्च होते हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स के मैच के दौरान प्रिया और मेनका जैसे थिएटरों का कारोबार तकरीबन 30 प्रतिशत तक प्रभावित होता है।
मेनका सिनेमा के मालिक प्रणव रॉय ने बताया कि ‘हमारे कारोबार में कमी आई है। ‘ प्रिया इंटरटेनमेंट के निदेशक अरिजीत दत्त ने हालांकि बताया कि ‘प्रिया में सबसे अधिक लोग मई के महीने में आते हैं। इस दौरान गर्मियों की छुट्टी के चलते स्कूल और कॉलेज बंद रहते हैं।
उम्मीद है कि आगे घाटा नहीं उठाना पड़ेगा।’ आईनोक्स फोरम के क्षेत्रीय महाप्रबंधक विकास स्याल ने बताया कि मई में भूतनाथ, जन्नत और स्पीड रेसर जैसी फिल्मों के रिलीज के साथ ही उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मल्टीप्लेक्स में दर्शकों की संख्या में इजाफा होगा। टैम के मुताबिक 18 अप्रैल को बेंगलुरु और कोलकाता के बीच पहले मैच की रेटिंग 8.21 थी और तब से आईपीएल ने औसत 6 रेटिंग बनाए रखी है।