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Julian Assange: अमेरिका प्रत्यर्पण पर रोक, विकिलीक्स संस्थापक असांजे को मिली आंशिक जीत

उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों ने कहा कि जब तक अमेरिकी अधिकारी इस बारे में और आश्वासन नहीं देते कि असांजे (52) के साथ क्या किया जाएगा वे उन्हें (असांजे को) राहत प्रदान करेंगे

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भाषा   
Last Updated- March 26, 2024 | 9:04 PM IST

ब्रिटेन की एक अदालत ने मंगलवार को कहा कि जूलियन असांजे को जासूसी के आरोपों में तुरंत अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता, जिसे विकिलीक्स के संस्थापक के लिए एक आंशिक जीत माना जा रहा है। उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों ने कहा कि जब तक अमेरिकी अधिकारी इस बारे में और आश्वासन नहीं देते कि असांजे (52) के साथ क्या किया जाएगा वे उन्हें (असांजे को) राहत प्रदान करेंगे।

इस निर्णय का यह मतलब है कि एक दशक से अधिक पुराना यह कानूनी प्रकरण जारी रहेगा। मामले को 20 मई के लिए सूचीबद्ध कर दिया गया। न्यायाधीश विक्टोरिया शार्प और जेरेमी जॉनसन ने कहा कि यदि अमेरिका कोई आश्वासन नहीं देता है तो वे असांजे को प्रत्यपर्ण के खिलाफ उन आधारों पर अपील की अनुमति देंगे, जिनमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन सहित उन्हें मृत्युदंड दिया जा सकना शामिल है।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आश्वासन नहीं दिये जाते हैं तो हम आगे सुनवाई किये बिना अपील करने की अनुमति देंगे।’’ न्यायाधीशों ने कहा कि यदि आश्वासन दिये जाते हैं तो हम दोनों पक्षों को अंतिम फैसला करने से पहले आगे की दलील पेश करने का अवसर देंगे। उच्च न्यायालय में फरवरी में, दो दिनों की सुनवाई के दौरान असांजे के वकील एडवर्ड फिजराल्ड ने कहा था कि अमेरिकी अधिकारी, असांजे को दंडित करने के लिए उन्हें प्रत्यर्पित करने की मांग कर रहे हैं।

अमेरिका की सरकार ने कहा है कि असांजे ने गोपनीय सरकारी दस्तावेज चोरी एवं प्रकाशित किये जिसने बेकसूर लोगों के जीवन को जोखिम में डाला। आस्ट्रेलियाई कंप्यूटर विशेषज्ञ असांजे को विकिलीक्स के जरिये 2010 में हजारों गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने के आरोपों को लेकर अमेरिका में आरोपित किया गया है।

असांजे की पत्नी और समर्थकों ने कहा है कि एक दशक से अधिक की कानूनी लड़ाई के दौरान उन्हें (असांजे को) शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा है। इनमें लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में सात साल का स्व-निर्वासन और ब्रिटेन की राजधानी के बाहरी इलाके में स्थित एक उच्च सुरक्षा वाली जेल में गत पांच साल बिताना भी शामिल है।

First Published : March 26, 2024 | 9:04 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)