दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी के पूर्वी इलाके गाजीपुर में आधुनिक फूल मंडी विकसित करने जा रही है। जिसमें कारोबारियों के लिए दुकाने बनाने के साथ ही उन्हें कोल्ड स्टोरेज की भी सुविधा मुहैया कराई जाएगी। यह मंडी अगले 3 साल के दौरान बनकर तैयार होने की उम्मीद है। अभी गाजीपुर में अस्थाई दुकानों और खुले में फूलों का कारोबार हो रहा है।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि सालों पहले महरौली में फूल मंडी होती थी। जिसे बंद कर दिया गया था। इसके बाद गाजीपुर में फूल मंडी के लिए चिन्हित जगह पर फूलों का कारोबार होने लगा। अभी यह कारोबार अस्थाई दुकानों और खुले में हो रहा है। जिससे कारोबारियों और खरीदारों को असुविधा होती है। इसलिए कारोबारियों को आधुनिक सुविधाएं देने और कारोबारी सुगमता के लिए दिल्ली सरकार ने गाजीपुर में मंडी के लिए चिन्हित जगह पर आधुनिक फूल मंडी बनाने का निर्णय लिया। जिस पर अब काम होने लगा है।
सरकार ने मंडी विकसित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिसके अगले महीने पूरा होने की उम्मीद है। इस मंडी को वर्ष 2025 तक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसकी अनुमानित लागत करीब 198 करोड़ रुपये है। मंडी के अंदर सड़क, जल आपूर्ति, फायर फाइटिंग सिस्टम, बाह्य व आंतरिक इलेक्ट्रिक वर्क, विद्युत सब स्टेशन, एसी व डीजल जनरेटर सेट आदि सुविधाएं विकसित की जाएगी।
इस आधुनिक फूल मंडी में कमीशन एजेंट और थोक कारोबारियों के लिए दुकानों के साथ कोल्ड स्टोरेज की सुविधा भी विकसित की जाएगी। मंडी में 222 थोक कारोबारियों और 192 कमीशन एजेंटों के लिए दुकानें बनाई जाएगी। यह मंडी करीब 10 एकड़ जमीन में बनाई जाएगी। मंडी में बेसमेंट, भूतल के अलावा तीन मंजिला इमारत बनाई जाएगी। बेसमेंट 26,550 वर्ग मीटर में, भू तल 5,530 वर्ग मीटर, पहली मंजिल 4,760 वर्ग मीटर, दूसरी मंजिल 5,165 वर्ग मीटर और तीसरी मंजिल 5,530 वर्ग मीटर में बनेगी।