प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने के 11 साल बाद पहली बार नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय पहुंचे नरेंद्र मोदी ने रविवार को आरएसएस को भारत की अमर संस्कृति का ‘वट वृक्ष’ बताया। मोदी नागपुर में आरएसएस मुख्यालय का दौरा करने वाले दूसरे प्रधानमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री मोदी नागपुर में अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच सुबह आरएसएस मुख्यालय में डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर का दौरा किया और संघ के संस्थापकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह दीक्षाभूमि भी गए, जहां डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने 1956 में अपने हजारों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। मोदी ने माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला भी रखी, जो माधव नेत्रालय नेत्र संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र का नया विस्तार भवन है।
उधर मोदी ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ‘बीते दशकों में कांग्रेस की नीतियों की वजह से छत्तीसगढ़ समेत देश के अनेक राज्यों में नक्सलवाद को बढ़ावा मिला। देश में जहां-जहां अभाव रहा, जो-जो क्षेत्र विकास से पीछे रहे, वहां-वहां नक्सलवाद फलता फूलता रहा। लेकिन जिस दल ने 60 साल सरकार चलाई उसने क्या किया। उसने ऐसे जिलों को पिछड़ा घोषित कर अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया।’
उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत तीन लाख लाभार्थियों के गृह प्रवेश के दौरान कहा, ‘गरीब परिवारों के सिर पर पक्की छत आप सभी की वजह से संभव हो पाई है। यह मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आपने मोदी की गारंटी पर भरोसा किया।’ राज्य में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘छत्तीसगढ़ के लाखों परिवारों का पक्के घर का सपना पहले की सरकारों ने फाइलों में गुम कर दिया था, तब हमने गारंटी दी थी कि यह सपना हमारी सरकार पूरा करेगी।’