मोहाली के पीसीए स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग के मैचों के आयोजन से बूम की उम्मीद लगाए मोहाली की होटल इंडस्ट्री की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
मोहाली होटल इंडस्ट्री लोगों को अपनी ओर खीचने में नाकाम रहा है। बिजनेस स्टैंडर्ड से बात करते हुए होटल कारोबारियों ने बताया कि आईपीएल के ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच मोहाली की होटल इंडस्ट्री के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो पा रहे हैं।
मोहाली में आईपीएल मैचों के आयोजन से केवल उन्हीं होटलों को फायदा हो रहा है जो क्रिकेट स्टेडियम के नजदीक है। इन्हीं होटलों में से एक के महाप्रंबधक कंवर दीप सिंह का कहना है कि वे क्रिकेट स्टेडियम से नजदीक के होटल सौ फीसदी भरे हुए है। जबकि इस समय औसत तौर पर होटलों में केवल 70 से 75 फीसदी कमरें ग्राहकों की सेवाओं में उपलब्ध हुए है।
मोहाली होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष पुखराज भूषण गुप्ता का कहना है कि मोहाली में अंतरराष्ट्रीय मैचों के मुकाबले घरेलू मैंचों के दौरान यात्रियों की संख्या अधिक रहती है।उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पड़ोसी राज्यों से दर्शकों को खीचंने में पूरी तरह से नाकाम रहा है।
ज्यादातर दर्शन स्थानीय थे और इस कारण होटलों की रौनक को बढ़ाने में उनकी भूमिका न के बराबर थी। इस बार ज्यादातर दर्शकों ने स्टेडियम में जाकर मैच देखने की जगह टीवी पर मैच देखने को अधिक तरजीह दी है। आस पड़ोस के शहरों से आए लोगों ने मैच देखने के बाद होटल में रुकने की जगह अपने घर लौटना बेहतर समझा।
क्रिकेट प्रेमियों अपनी ओर खींचने में उद्योग की असफलता का उल्लेख करते हुए गुप्ता ने कहा कि एक तो यहां ढांचागत सुविधाओं का अभाव था साथ ही मोहाली को पर्यटन स्थल के तौर पर प्रचारित करने में भी कोताही बरती गई है। इस कारण यहां के होटल कारोबारी काफी निराश हैं। उन्होंने राज्य सरकार से मोहाली पर अधिक ध्यान देने की मांग की।