राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के करीब जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ ही योगी सरकार हवाई जहाजों के दो मरम्मत के केंद्र बनाएगी। प्रदेश सरकार की योजना इस क्षेत्र को हवाई जहाजों के मेंटेनेंस, रिपेयरिंग और ओवरहालिंग (एमआरओ) हब के रुप में विकसित करने की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने बताया कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने वायुयानों का मेंटेनेंस, रिपेयरिंग और ओवरहालिंग की नीति को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत जेवर में बन रहे नोएडा
अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास दो एमआरओ हब बनाए जाएंगे, जो देश के सबसे बड़े एमआरओ हब होंगे। इसके बाद विमानों की मरम्मत के लिए विदेश नहीं जाना होगा। उन्होंने कहा कि विमानों के रखरखाव में दूसरे देशों पर निर्भरता खत्म होगी और प्रदेश एमआरओ के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि जेवर अंतरराष्टीय हवाईअड्डा एनसीआर, प्रदेश समेत देश की बढ़ती उड्डयन जरूरतों को पूरा करने के साथ ही एक बड़े कामर्शियल हब के रूप में विकसित होगा।