बुनियादी सुविधाओं के विकास से जुड़ी परियोजनाओं में निजी क्षेत्रों से निवेश हासिल करने की दौड़ में उत्तर भारतीय शहर दक्षिण भारतीय शहरों से काफी पीछे रहे हैं।
उद्योग चैंबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की बेहतर नीतियों के कारण पिछले चार साल में दक्षिणी राज्यों ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में 70 फीसदी निजी निवेश आकर्षित किया है, जबकि उत्तरी राज्यों की झोली में महज 30 फीसदी निवेश ही गया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (एसोचैम) के अध्यक्ष सज्जन जिंदल ने कहा कि 6 महानगरों में हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निजी निवेश के मामले में 70 फीसदी की हिस्सेदारी है।
एसोचैम ने कहा कि पिछले 4 साल में निजी क्षेत्र ने दक्षिण भारत के तीन महानगरों में 33,161 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है। दूसरे महानगरों में इस क्षेत्र में 14,240 करोड़ रुपये निवेश किए गए हैं। एसोचैम के अनुसार बेहतर राज्य नीति और उच्च साक्षरता दर के कारण ऐसा मुमकिन हुआ है।