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जमीन अधिग्रहण से रतन ही नहीं राहुल भी हैं परेशान

Last Updated- December 07, 2022 | 6:05 PM IST

टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा अकेले ऐसे शख्स नहीं हैं जिन्हें भूमि अधिग्रहण के  प्रयासों के लिए राजनैतिक तूफान का सामना करना पड़ा है।


बल्कि कांग्रेस पार्टी के स्टार महासचिव राहुल गांधी के  लिए भी भूमि अधिग्रहण की योजना टेढ़ी खीर साबित हो रही है। मालूम हो कि राहुल गांधी अमेठी दौरे पर हैं। यहां उनके अपने मतदाता भी विकास के नाम पर भूमि अधिग्रहण को लेकर त्योरियां चढ़ाते नजर आएं।

हालांकि यहां महत्वपूर्ण है कि गांधी परिवार के वफादार मतदाताओं ने भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर कुछ वैसा होहल्ला या फिर हिंसात्मक आंदोलन नहीं किया जैसा कि पश्चिम बंगाल और हरियाणा में देखने को मिला है। यहां सवाल राजीव गांधी इंस्टीटयूट्स ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी (आरजीआईपीटी) के निर्माण पर उठाया जा रहा है।

यह परियोजना गांधी परिवार और राय बरेली विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रतिष्ठिा का प्रश्न बन गई है। कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी राय बरेली से लोक सभा सांसद है। अमेठी में राहुल गांधी ने बहादुरपुर ग्राम सभा के प्रमुख और कुछ गांवों वालों की एक बैठक बुलाई गई थी। बैठक के दौरान अधिकांश लोगों ने सरकार को जमीन बेचने से इंकार कर दिया।

बैठक के दौरान गांव के एक निवासी ने कहा, ‘हम नहीं चाहते हैं कि हमारी जमीन की कीमत पर किसी संस्थान को बनाया जाए।’ एक सतर्क प्रशासक के रूप में राहुल गांधी ने गांवों वालों से कहा, ‘यह आपके ऊपर है कि आप लोग विकास और जमीन के बीच किसका चुनाव करते हैं। आप यहां पेट्रोलियम संस्थान बनने दें या फिर इसे किसी दूसरे शहर में भेज दें।’

संस्थान से होने वाले फायदे की विवेचना करते हुए राहुल गांधी ने बताया कि यह देश में अपने तरह का एकमात्र संस्थान होगा और इससे लाखों लोग लाभांवित होंगे। इसके अलावा, राहुल गांधी ने यहां की जनता को पुनर्वास पैकेज संबंधी मुद्दों पर आश्वस्त करते हुए कहा कि वे सरकार से अधिक से अधिक मुआवजा राशि मुहैया कराने के लिए बातचीत करेंगे और संभव हो सका तो हर परिवार के एक सदस्य के हाथ में नौकरी भी दी जाएगी।

बहरहाल, वहां के एक स्थानीय निवासी ललित तिवारी ने बताया कि संस्थान के निर्माण के लिए करीब 120 एकड़ जमीन की जरुरत होगी। यह जमीनें 60-70 परिवारों से अधिग्रहण की जाएंगी। बैठक में मौजूद एक अन्य निवासी कालीचरण कोढ़ी ने बताया, ‘राहुल जी ने गांववालों को बेहतर मुआवजा राशि मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। यह सभी को स्वीकार्य होना चाहिए।’

First Published - August 23, 2008 | 3:59 AM IST

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