दूध के बाजार में अमूल से दो दो हाथ करने के बाद समझौता कर चुकी पराग डेयरी ने अब पैकेज्ड वॉटर के बाजार पर अपनी निगाहें जमाई हैं।
पराग डेयरी का अपना मिनरल वॉटर इसी महीने के आखिर तक बाजार में होगा। पराग ब्रांड के नाम से उतर रहे इस पैकेज्ड वॉटर को बनाने के लिए पराग डेयरी ने लखनऊ की एक मिनरल वॉटर निर्माता कंपनी से करार किया है।
पराग डेयरी की मूल कंपनी प्रादेशिक कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ) नें उत्तर प्रदेश के बाजार में पहले से अर्थव ब्रांड से मिनरल वॉटर बनाने वाली कंपनी के साथ हाथ मिलाया है। पीसीडीएफ का मानना है कि पैकेज्ड वॉटर के बाजार में बहुत सारी कंपनियों की मौजूदगी के बावजूद अभी अच्छे ब्रांड के लिए संभावनाएं हैं।
पीसीडीएफ की महाप्रबंधक सुषमा तिवारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि गुणवत्ता के सभी पैमाने को परखने के बाद इस कंपनी के साथ पराग ने करार किया है। उनका मानना है कि इस समय नेस्ले के अलावा और कोई डेयरी निर्माता इस व्यवसाय में नहीं है, इसका फायदा भी पराग को मिलना तय है।
प्रादेशिक कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ) ने अपने ब्रांड पराग के नाम से आइसक्रीम बाजार में भी उतरने का मन बना लिया है। इस फैसले के बाद पराग और अमूल के बीच नई जंग शुरु होने के आसार हैं। गौरतलब है कि 4 साल पहले जब अमूल ने उत्तर प्रदेश के बाजार में अपने ब्रांड उतारा तो उसे पराग ने कड़ी चुनौती दी थी।
सरकारी क्षेत्र की इन दोनों कंपनियों ने बाद में आपस में समझौता कर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का रास्ता अपनान बेहतर समझा। अमूल के उत्तर प्रदेश में आने के साथ ही पराग ने अपनी आइसक्रीम के प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरु कर दिया था। हालांकि बाद में पीसीडीएफ ने इस परियोजना को कुछ दिनों के लिए ठंडे बस्ते में डाल अपने दूध के बाजार को मजबूत करना शुरु किया।
पराग डेरी के महाप्रबंधक का कहना है कि कई बड़ी आइसक्रीम निर्माता कंपनियां पीसीडीएफ के संपर्क में हैं और जल्दी ही फ्रेंचाइजी का चुनाव कर लिया जाएगा। उनका कहना है कि पराग ब्रांड की लोकप्रियता के चलते आइसक्रीम के बाजार में पैठ बनाना काफी आसान होगा।