कारोबारी संगठनों की लोकल ट्रेन में यात्रा करने की मांग जल्द ही रंग लाने वाली है। कोविड कार्यबल की बैठक में कोविड टीका की दोनों खुराक ले चुके लोगों को मुंबई लोकल ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति देने पर सहमति बन गई। अब अंतिम फैसला मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेना है। बैठक में शामिल मंत्रियों का कहना है कि अगले एक-दो दिन में इस पर फैसला ले लिया जाएगा। रेलवे ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी है।
महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन विभाग कोविड-1 की दोनों खुराक ले चुके लोगों को मुंबई में लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति देने के पक्ष में है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा बुलाई गई राज्य के कोविड कार्यबल की बैठक में शामिल होने से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार को बताया कि अंतिम फैसला मुख्यमंत्री को लेना है। अभी तक केवल उन्हीं लोगों को लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति है, जो आवश्यक और आपातकालीन सेवा से जुड़े हैं। टोपे ने कहा कि मुंबई में अर्थव्यवस्था के पहियों को गतिमान रखने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन ने टीकों की दोनों खुराक ले चुके लोगों को लोकल ट्रेनों में यात्रा की अनुमति देने के पक्ष में अपनी राय व्यक्त की है। कुछ विशेषज्ञों ने दुकानों और अन्य सेवाओं के समय को शाम 4 बजे (वर्तमान प्रतिबंध समय) से आगे बढ़ाने का भी सुझाव दिया है।
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने कहा कि एक मंत्री के रूप में मेरा यह भी विचार है कि जो व्यक्ति टीके की दो खुराक ले चुका है, उसे मुंबई लोकल ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति दी जानी चाहिए। हमने मुख्यमंत्री को इस बारे में भी सूचित किया है। कार्यबल द्वारा रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद मुंबई लोकल पर निर्णय अगले दो से तीन दिनों में लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच चार महीने पहले लगाये गए प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील दी गई है। रेस्तरां का समय भी बढ़ाया जाना चाहिए। जल्द ही इस पर भी निर्णय लिया जाएगा।
गौरतलब है कि मुंबई के कारोबारी संगठन लगातार मांग कर रहे हैं कि दोनों खुराक ले चुके लोगों को लोकल में अनुमति दी जानी चाहिए। कारोबारियों का कहना था कि दुकानें खुलने के बावजूद परेशानी बनी हुई है, क्योंकि दुकान पहुंचने के लिए सड़क मार्ग से आना पड़ रहा है, जिसमें घंटों का समय चला जाता है। राज्य के कई नेताओं ने भी कारोबारियों की मांग का समर्थन करते हुए टीके की दोनों खुराक ले चुके यात्रियों को अनुमति देने की मांग की। यात्री संगठनों ने तो इस मुद्दे को लोकर सोशल मीडिया पर मुहिम चला रखी है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार उन्होंने राज्य सरकार से हुई हर बैठक में दोनों खुराक ले चुके लोगों को अनुमति देने की बात रखी है। यात्रियों की कमी से रेलवे को भी नुकसान हो रहा है। वह ज्यादा यात्री ढोने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, इसलिए उसने लोकल सेवाओं की संख्या में भी कोई बड़ी कटौती नहीं की है। मुंबई में फिलहाल रोजाना 3,141 लोकल ट्रेन चल रही हैं। यदि एक ट्रेन में पहले के मुकाबले 50 फीसदी यात्रियों को भी अनुमति दी जाए तो करीब 50 लाख लोगों को यात्रा का अवसर मिलेगा। कोविड के पहले मुंबई लोकल ट्रेन में हर दिन औसतन 80 लाख लोग सफर करते हैं।