नायर घाटी में अपनी परियोजना पूरी करने के बाद उत्तराखंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट कंपनी (यूआईपीसी) कुल 70.2 मेगावाट क्षमता की 10 विद्युत परियोजनाओं के लिए बोलियां आमंत्रित करने की योजना बना रही है।
इसके लिए कंपनी ने आईएलएंडएफएस और राज्य सरकार के साथ मिलकर एक विस्तृत योजना रिपोर्ट (डीपीआर) सरकारी अधिकारियों को सौंपी है। अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना में लगभग 550-600 करोड़ रुपये का निवेश किया जाना है।
इनमें से 4 परियोजनाएं कुमाऊं क्षेत्र की पूर्वी रामगंगा घाटी में चलाई जाएंगी। इनसे लगभग 28 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इसके अलावा 28.5 मेगावाट की परियोजना को सूर्या नदी और 12.5 मेगावाट की परियोजना को कोशी नदी पर स्थापित किया जाएगा।
कुल 1.2 मेगावाट की क्षमता वाली दो परियोजनाएं देहरादून जिले में चलाई जाएंगी। एक अधिकारी ने बताया कि इन परियोजनाओं के लिए बोली की शुरुआत भी अगले महीने से कर दी जाएगी। गौरतलब है कि नायर घाटी योजना की सफलता पूर्वक बोली संपन्न करने के बाद यूआईपीसी समाचारों की सुर्खियां बनी थी।
दिल्ली स्थित कंपनियों के समूह डब्ल्यूडब्ल्यूआई-आरआरई ने इस परियोजना में प्रतिमेगावाट योजना के लिए 1.27 करोड़ रुपये के रिकार्ड प्रीमियम का भुगतान भी किया था। कंपनियों के इस समूह का नेतृत्व आर आर एनर्जी (आरआरई) और वर्ल्डस विंडो इम्पैक्स प्राइवेट लिमिटेड कर रही थी।
इन कंपनियों ने ही पौड़ी जिले में गंगा की सहायक नायर नदी में विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं के लिए भी बोली लगाई थी। इन परियोजनाओं में 17 मेगावाट की नायर बांध परियोजना, 2 मेगावाट की संतूधार-1, 2 मेगावाट की संतूधार- 2 और 2.25 मेगावाट की ब्याली गांव परियोजनाएं शामिल हैं। बोली के अंतिम चरण में 9 कंपनियों का चयन किया गया था।