देश भर में ट्रक चालकों के चक्काजाम का असर जल्दी ही गरीब और मध्य वर्ग की थाली पर दिखेगा। हड़ताल के तीसरे दिन ही उत्तर प्रदेश की राजधानी सहित ज्यादातर शहरों में सब्जियों के दामों में उछाल दिख रहा है।
हालांकि अधिकारी इसे बिचौलियों की मुनाफा वसूली बता रहे हैं पर बड़े आढ़तियों का कहना है कि आने वाले दिनों में बाहर से माल आने में दिक्कत को देखते हुए कीमतें बढ़ गयी हैं। गल्ला व्यापारियों का कहना है कि ट्रकों का चक्का जाम होने से एक दो दिन में ही तेल और दाल की कीमतों में उछाल आएगा।
राहत की बात यह है कि गन्ने की ढुलाई करने वाले ट्रकों ने हड़ताल में शामिल होने से मना कर दिया है। नतीजन प्रदेश की सभी चीनी मिलों को गन्ने की निर्बाध आपूर्ति जारी है। शासन की ओर से जारी दिशा निर्देशों में गन्ने की ढुलाई करने वाले ट्रकों को पूरी सुरक्षा देने की बात कही गयी है।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रवक्ता का कहना है कि माल न आने की आशंका के चलते व्यापारियों ने कीमतें बढ़ा दी हैं।
व्यापारियों का कहना है कि अगर आने वाले 24 घंटों में ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल न खत्म हुई तो अरहर की दाल 3 से 4 रुपये प्रति किलो महंगी बिकने लगेगी।
मंगलवार को पेट्रोलियम उत्पादों की ढुलाई करने वाले टैंकरों के हड़ताल में शामिल हो जाने से हालात और बिगड़ गए हैं। मुख्यमंत्री मायावती ने हालात से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की है।