जो लोग भी पंजाब में घर खरीदने के लिए आंखे बिछाए बैठे हैं, उन्हें निकट भविष्य में भी राहत मिलने की कोई आस नहीं दिखती है।
नेशनल रियल एस्टेट डेवेलपमेंट काउंसिल (एनआरईडीसीओ) ने मौजूदा वैश्विक आर्थिक मंदी से निपटने के लिए रियल एस्टेट परियोजनाओं की कीमतों में कटौती करने के लिए अनुरोध किया था, लेकिन पंजाब बिल्डर्स एंड डेवेलपर्स एसोसिएशन ने काउंसिल के सुझावों को मानने से इनकार कर दिया है।
एनआरईडीसीओ की हाल ही में हुई एक बैठक के दौरान ओमेक्स, अंसल और डीएलएफ सरीखे देश के जाने-माने बिल्डरों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अनुरोध के बाद रियल एस्टेट परियोजनाओं की कीमतों में कटौती को राजी हो गई हैं। लेकिन पीबीडीए की हाल ही में हुई आपात बैठक में उसने रियल एस्टेट परियोजनाओं की कीमतों में कटौती करने से मना कर दिया है।
पीबीडीए का कहना है कि चूंकि कच्चे माल की अत्याधिक कीमत की वजह से वे पहले से निर्मित रियल एस्टेट परियोजनाओं की बिक्री कीमत को कम करने में असमर्थ हैं।
पीबीडीए के अध्यक्ष और शहर के प्रसिध्द बिल्डर अनिल चोपड़ा ने बताया, ‘हम लोग 20 लाख रुपये से अधिक कीमत वाली प्रापर्टी में कटौती नहीं कर सकते हैं क्योंकि पहले ही निर्माण लागत दोगुना हो चुका है और यह संभव नहीं है कि ऐसे में परियोजनाओं की कीमत में कटौती की जा सके।’