पश्चिम बंगाल में ज्यादातर पेट्रोल पंपों के स्टॉक खत्म होते देख राज्य सरकार ने निकट भविष्य में किसी संकट से सामना करने से बचने के लिए पेट्रोल और डीजल के लिए राशन प्रणाली शुरू करने का निर्णय लिया है।
पेट्रोल पर दौड़ने वाली निजी कारों के लिए किसी भी पेट्रोल पंप से अधिकतम 10 लीटर और डीजल गाड़ियों के लिए अधिकतम 20 लीटर की बिक्री की मात्रा को निर्धारित किया गया है।
राज्य सरकार के मुख्य सचिव अशोक मोहन चक्रवर्ती ने बताया, ‘हम लोग पंपों में स्थिर आपूर्ति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही हम लोग फायर ब्रिगेड, सार्वजनिक परिवहनों जैसी आपातकालीन सेवाओं के बीच संपर्क बनाए रखने के लिए भी तालमेल बना रहे हैं।’
पश्चिम बंगाल में करीब 30 फीसदी पंप हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन द्वारा संचालित किया जाता है। पूरे देशभर में सार्वजनिक तेल उपक्रमों के अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे बेमियादी हड़ताल का आज तीसरा दिन है।