रियल्टी क्षेत्र में उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए अस्पताल, विद्यालय, इंटरनेट कनेक्टिविटी ,स्वीमिंग पूल और स्पोटर्स क्लब की सुविधाएं देना अब बीते दिनों की बात हो गई है।
अब रियल्टी क्षेत्र की कंपनियां उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए नए नए तरीकों को अपना रही है। इनमें से कुछ कंपनियां अंकशास्त्र और वास्तुशास्त्र पर विश्वास करने वाले उपभोक्ताओं पर अपनी पकड़ बना रही है। तो कुछ रियल एस्टेट कंपनियां ईएमआई में छूट या एक सी जरूरत वाले विशेष आयु वर्ग के लिए मकानों (सिर्फ युवा दंपती या बुजुर्गों के लिए मकान)का निर्माण कर रही हैं।
कुछ तो उपभोक्ता को मकान का स्वामित्व समयसीमा के अंदर न दे पाने पर दंडशुल्क तक देने को तैयार हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बडे शहरों की रियल एस्टेट कंपनियों में प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा बढ़ गई है। कंपनियां अलग से दिखने वाले इन तरीकों को अपनाकर रियल एस्टेट बाजार में अपने आपको स्थापित करने की कोशिश कर रही हैं।
डेवलपर कंपनियों के लिए नई योजनाएं शुरु करने के लिए ऋण लेना काफी महंगा पड़ रहा है। ऐसे में कंपनियां अपनी चालू योजनाओं के लिए जल्द से जल्द उपभोक्ताओं को ढूंढना चाहती है ताकि नई योजनाएं शुरु करने के लिए धन जमा किया जा सके।
रियल एस्टेट कंपनी जेटीपीएल के निदेशक सिद्धांत गुप्ता का कहना है कि ‘ बाजार में ऐसे उपभोक्ता आसानी से उपलब्ध है जो अपना मकान वास्तुशास्त्र और अंकशास्त्र के हिसाब से खरीदना चाहते हैं।इसके लिए वे मनचाही कीमत भी देने को तैयार है।
वास्तुशास्त्र के हिसाब से मकान का मुंह उत्तर और पूर्व में होना शुभ माना जाता है। इसलिए मोहाली में बनने वाली अपनी योजना में हमने मकानों का मुंह उत्तर और पूर्व की ओर दिया है। गुप्ता कहते हैं कि जब उपभोक्ता को रियल एस्टेट कंपनी द्वारा सभी सुविधाएं, वास्तुशास्त्र की स्थिति वाले मकान के साथ मिलेंगी तो उपभोक्ता इन मकानों को जरूर खरीदेंगे।