राष्ट्रीय राजधानी में करीब दो महीने बाद सोमवार को रेस्तरां 50 प्रतिशत क्षमता के साथ फिर से खुल गए और इस दौरान कोविड-19 से बचाव को लेकर एहतियात पर विशेष जोर दिखा। हालांकि, कई रेस्तराओं में इस दौरान साफ-सफाई की गयी और वे कल से लोगों को सेवा मुहैया कराएंगे। वहीं, कुछ रेस्तरां खुल गए लेकिन ग्राहकों की संख्या काफी कम दिखी। रेस्तरां प्रबंधकों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी। दिल्ली में 17 अप्रैल से रेस्तराओं में खाने की सुविधाओं पर रोक लगा दी गई थी। उसी समय कोविड के प्रसार पर काबू के लिए शहर में पहला सप्ताहांत लॉकडाउन लागू किया गया था। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, रेस्तरां 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुल सकते हैं, लेकिन वे अपने ग्राहकों को शराब नहीं परोस सकते क्योंकि रेस्तराओं में बार अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
उत्तर और पूर्वी भारत में मैकडॉनल्ड रेस्तराओं का संचालन करने वाली कंपनी कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी राजीव रंजन ने कहा कि कोविड के मद्देनजर कई एहतियाती उपाय किए गए हैं, जिनमें सभी लोगों के तापमान की जांच, मास्क, बार-बार हाथ धोने और कर्मचारियों के लिए दस्ताने आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि काउंटर पर सुरक्षा स्क्रीन लगाई गई है ताकि लोगों का एक दूसरे से संपर्क कम से कम हो। दक्षिणी दिल्ली के लाजपत नगर और मूलचंद इलाकों के रेस्तरां सोमवार को अपने परिसरों की साफ-सफाई के लिए बड़े पैमाने पर बंद रहे। लाजपत नगर के सेंट्रल मार्केट इलाके का अफगान दरबार उन रेस्तरां में से था जो ग्राहकों को अपने लजीज व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए आमंत्रित कर रहे थे। अफगान दरबार रेस्तरां के प्रबंधक सलमान अली ने से कहा कि लॉकडाउन में ढील के बाद रेस्तरां फिर से खुल गया है लेकिन दोपहर तक कोई ग्राहक नहीं आया है। महामारी की दूसरी लहर के बाद लोग अब भी घरों से बाहर निकलने से डरते हैं। लेकिन, जीवन को आगे चलते रहना है और हम सभी सावधानी बरत रहे हैं। अखिल भारतीय रेस्तरां चेन पिंड बलूची ने भी सोमवार को सेंट्रल मार्केट में अपना रेस्तरां फिर से खोल दिया।