कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच महाराष्ट्र में सप्ताहांत लॉकडाउन से विमानन कंपनियों और होटलों की बुकिंग में कमी आने और रिटेल क्षेत्र नकदी की चुनौती की आशंका से डर रहे हैं।
यात्रा पर बंदिशें और कई राज्यों में आरटी-पीसीआर जांच की व्यवस्था लागू करने से फरवरी में हवाई यातायात की वृद्घि लगभग स्थिर रही और महाराष्ट्र में नई सख्ती से आगे मांग में और कमी आ सकती है। निजी विमानन कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘विमानन कंपनियों के लिए कठिन समय होने जा रहा है। महाराष्ट्र से आने-जाने वाली उड़ानों में करीब 68 से 65 फीसदी सीटें ही भर रही थीं और अब यह घटकर 60 फीसदी से भी कम हो सकती है। लोग यात्रा से परहेज कर रहे हैं।’
सार्वजनिक परिवहन को सीमित क्षमता के साथ चलाने की अनुमति दी गई है। ऐसे में विमानन कंपनी के अधिकारियों को डर है कि रात का कफ्र्यू और सप्ताहांत लॉकडाउन से लोग राज्य में यात्रा करने से बचेंगे। मांग में और कमी आई तो विमानन कंपनियों को कुछ उड़ानें रद्द करनी पड़ सकती हैं।
विस्तारा के प्रवक्ता ने कहा, ‘महाराष्ट्र में नई पाबंदियों से हवाई यातायात की मांग में कमी आ सकती है। हम बाजार पर नजर रख रहे हैं और जरूरत पडऩे पर क्षमता समायोजित की जाएगी।’ क्लियरट्रिप डॉट कॉम के उपाध्यक्ष राजीव सुब्रमणयन ने कहा, ‘महाराष्ट्र के विभिन्न जगहों के लिए बुकिंग की हिस्सेदारी पिछले कुछ हफ्तों से घट गई है। संक्रमण के मामले कम होने और बंदिशों को हटाने के बाद स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है।’ महाराष्ट्र में वर्तमान में 9 हवाई अड्डों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें से दो शिर्डी और नांदेड धार्मिक पर्याटन पर निर्भर है। धार्मिक स्थलों पर अप्रैल अंत तक सख्ती लगाने से पर्याटकों की यात्रा योजना प्रभावित हो सकती है। पुणे हवाई अड्डे के रनवे की मरम्मत की वजह से 26 अप्रैल से 15 दिन के लिए बंद किया जाएगा। इससे भी यातायात पर असर पड़ेगा। महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को पूूरे राज्य में सप्ताहांत पर लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी।