वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच जहां आए दिन रियल एस्टेट सेक्टर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है वहीं चंडीगढ़ और उसके आसपास रियल एस्टेट की कीमतों में बहुत ज्यादा कोई बदलाव नहीं देखने को मिल रहा है।
वास्तव में, अगर केंद्र शासित प्रदेशों में प्रॉपर्टी की कीमतों को देखें तो बिक्री में आई कमी के बावजूद आवासीय प्रापर्टी की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। इस बात का अंदाजा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि शहर में जहां फ्लैट की कीमत 3,500-5,500 रुपये प्रति वर्ग फीट है वहीं प्लॉट की कीमत करीब 60,000 रुपये प्रति वर्ग यार्ड है।
प्रॉपर्टी विशेषज्ञों का कहना है कि रियल एस्टेट बाजार में कीमतें इसलिए भी आसमान छू रही हैं क्योंकि चंडीगढ़ हॉउसिंग बोर्ड के माध्यम से फ्लैट और निर्माण कार्य के लिए कोई ताजा पहल नहीं की जा रही है।
चंडीगढ़ में केवल दो ही निजी आवासीय परियोजनाओं का परिचालन हो रहा है, जिसमें एक तो पार्श्वनाथ की प्राइड एशिया और दूसरी उप्पल मार्बल आर्क की परियोजना है। बहरहाल, चंडीगढ़ के रियल्टरों ने शहर के प्रापर्टी कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है।
ज्यादातर प्रॉपर्टी डीलरों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि आवासीय परियोजनाओं की बिक्री लगभग 50-60 फीसदी तक नीचे पहुंच चुकी है लेकिन यहां के रियल्टर कीमतों में कोई फेर-बदल करने को लेकर इच्छुक नहीं हैं।
एक स्थानीय प्रॉपर्टी सलाहकार परमजीत सिंह ने बताया कि जगह को ध्यान में रखते हुए कुछ रियल्टरों ने प्रॉपर्टी की कीमतों में 5-10 फीसदी या उससे अधिक की छूट देने की पेशकश शुरू की थी लेकिन इस मामले में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी।
ज्यादातर डीलरों ने बताया कि रियल्टर इसलिए प्रॉपर्टी की कीमतों में बहुत ज्यादा फेरबदल नहीं करना चाहते हैं क्योंकि अगर वे एकबार कीमतों में कटौती कर देंगे तो फिर रियल्टरों को कीमतें बढ़ाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ेगा।
हालांकि प्रॉपर्टी डीलरों ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली के रियल्टरों ने प्रापटी की दरों में कटौती पर सहमत हो गए हैं, इससे यह उम्मीद जताई जा सकती है कि चंडीगढ़ और उसके आसपास के इलाकों के रियल एस्टेट बाजार पर भी उसका असर देखने को मिलेगा।
चंडीगढ़
प्रॉपर्टी वर्टिकल डॉट कॉम द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक चंडीगढ़ के आवासीय रियल एस्टेट की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2008 की दूसरी तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमतें पिछली तिमाही की तुलना में बढ़ गई है।
चंडीगढ़ की कमर्शियल दरों में फेरबदल देखने को मिला है। सेक्टर 17 में जहां कमर्शियल आउटलेट के किराए की कीमत 1700 रुपये प्रति वर्ग फीट थी वही अब उसकी कीमत 1200 रुपये प्रति वर्ग फीट तक पहुंच गई है।
करनाल
दिल्ली के पास होने की वजह से करनाल रियल एस्टेट डेवेलपरों की पसंदीदा जगह है। यहां के रियल एस्टेट बाजार में भी मंदी है। करनाल के प्रॉपर्टी डीलरों का कहना है कि पिछले एक साल में यहां के प्रॉपर्टी बाजार की कीमतों में कमी नहीं आई है।
यहां पर फ्लैट की कीमत 1400-2100 रुपये प्रति वर्ग फीट और प्लाट की कीमत 6000-13,500 रुपये प्रति वर्ग यार्ड के बीच है।