कर्नाटक सरकार ने इस सप्ताह राज्य के खुदरा दुकानदारों और खानपान के कारोबारियों को नए साल का तोहफा दिया है। राज्य ने उन सभी दुकानों पर वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे खुला रखने की अनुमति दे दी गई है, जहां 10 या इससे ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। कोविड-19 के कारण हुए राजस्व नुकसान को देखते हुए सरकार ने यह अनुमति दी है, जिससे कि कारोबारियों को मदद मिल सके।
खासकर बेंगलूरु के कारोबारियों ने कर्नाटक सरकार के फैसले का यह कहते हुए स्वागत किया है कि देश के तकनीकी केंद्र होने के कारण यह उचित नहीं था कि रात की जिंदगी रोकी जाए, जो आर्थिक वृद्धि का प्रमुख चालक है।
इंप्रेसारियो हैंडमेड रेस्टोरेंट के बिजनेस हेड-साउथ रणवीर सभानी ने कहा, ‘शहर में बड़े पैमाने पर विस्थापित युवा काम के लिए आते हैं। वैश्विक शहर को रात की अर्थव्यवस्था के लिए भी जाना जाता है। सरकार के कदम से एक और स्तर पर मदद मिलेगी। बेंगलूरु में बेरोजगारी की समस्या भी कम होगी क्योंकि 24 घंटे रेस्टोरेंट चलने से कर्मचारियों की संख्या 10-15 प्रतिशत बढ़ेगी।’
इलेक्ट्रॉनिक सिटी में स्थित बीएलआर ब्रीविंग कंपनी के पार्टनर प्रसन्न कुमार ने कहा, ‘हम आईटी केंद्र के पास हैं और यह कॉर्पोरेट के लिए बदलाव लाने वाला कदम साबित होगा।’