झारखंड में बैंक डकैती की घटनाओं में बीते दिनों आई तेजी से सरकार की नींद उड़ा दी है। इनमें से अधिकतर वारदात में नक्सलियों का हाथ बताया जा रहा है। सबसे ताजा मामला आईसीआईसीआई बैंक का है।
इसके तहत 21 मई को रांची-जयपुर हाईवे पर बैंक की वैन से कुछ अज्ञात लोगों ने 5.11 करोड़ रुपये की नकदी और 1.03 किलोग्राम सोना लूट लिया। राज्य सरकार ने अब लुटेरों की नकेल कसने के लिए एक स्पेशल फोर्स का गठन करने का फैसला किया है।
इस फोर्स पर बैंक और उनकी परिसंपत्तियों की सुरक्षा का जिम्मा होगा। झारखंड के गृह सचिव सुधीर त्रिपाठी के मुताबिक राज्य सरकार इस काम के लिए शुरुआत में झारखंड औद्योगिक सुरक्षा बल की विशेष बटालियन को तैनात करेगी। बैंक और उनकी चल संपत्तियों की लुटेरों से बचाने के लिए ऐसे ही बल का गठन आंध्र प्रदेश में किया गया है।
यदि बैंक चाहेंगे तो उन्हें विशेष सुरक्षा घेरा भी मुहैया कराया जाएगा। सुरक्षा बल को तैनात करने पर आने वाला खर्च बैंकों को उठाना होगा। इलाहाबाद बैंक के उप महाप्रबंधक (डीजीएम) पी एस भाटिया ने बताया कि राज्य सरकर की इस पेशकश के बारे में बैंकर्स की राज्य स्तरीय समिति (एसएलबीसी) की अगली बैठक में चर्चा की जाएगी।
इस बीच रांची पुलिस ने माना है कि 21 मई को आईसीआईसीआई बैंक की वैन में हुई डकैती के सिलसिले में अभी तक उसे कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिल सका है। नक्सलियों की खोज में झारखंड पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के संयुक्त अभियान के दौरान पुलिस ने 3,000 जिलेटिन की छड़े बरामद हुईं थी, जिनका संबंध आईसीआईसीआई बैंक डकैती से था।
पुलिस हथियारबंद लुटेरों के मोबाइल फोन के विवरण का अध्ययन कर रही है। रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) एम एस भाटिया ने बताया कि लुटेरों का सुराग देने वालों को पांच लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
झारखंड में बैंक डकैतियां
21 मई 2008
आईसीआईसीआई बैंक से 5.11 करोड़ रुपये और 1.03 किलोग्राम सोना
20 अप्रैल, 2008
देवघर स्थित सिंडीकेट बैंक की शाखा से 74 लाख रुपये की लूट
7 जून, 2007
रांची स्थित सिंडीकेट बैंक की शाखा से 1.5 रुपये की लूट
31 अगस्त 2007
बलीडीह स्थित यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से 14.75 लाख रुपये की लूट
4 जुलाई 2007
रांची में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से 8.53 लाख रुपये की लूट