हाईकोर्ट के आदेश पर उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी और फल मंडी को कानपुर के किदवई नगर से चकरपुर स्थानान्तरित किए जाने से व्यापारियों में भरी गुस्सा व रोष है।
इस कारण व्यापारी पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर है जिससे प्रतिदिन साढ़े तीन करोड़ रुपये को कारोबार का नुकसान हो रहा है। मंडी के थोक व्यापारियों की हड़ताल और शहर में बाहर से आवक में कमी का असर फुटकर बाजारों पर दिखाई देने लगा है।
कानपुर की किदवई नगर की फल और सब्जी मंडी प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी है। यहां आसपास के जिलों से ही फल और सब्जी के ट्रक नहीं आते हैं बल्कि महाराष्ट्र के नासिक, नागपुर और भुसावल तक के व्यापारी यहां अपना माल लेकर आते है।
कानपुर के कमिश्नर नवतेज सिंह ने बताया कि उच्च न्यायालय ने वर्ष 2003 में आदेश किया था कि सभी शहरों में फल और सब्जी मंडियां शहर के बाहर होंगी। अभी तक आदेश का पालन नहीं हो पाया था। अदालत ने कड़ाई से निर्देशों के पालन को कहा है इसलिए शहर के बीचों बीच स्थित किदवई नगर मंडी को चकरपुर में बनाई गई मंडी में स्थानान्तरित किया जा रहा है।
मंडी के व्यापारियों का कहना है कि अदालती आदेश पर मंडी को चकरपुर तो स्थानान्तरित किया जा रहा है लेकिन वहां सुविधाएं न के बराबर है। उधर जिलाधिकारी आलोक कुमार के मुताबिक चकरपुर मंडी में व्यापारियों के लिए बैंक, बिजली, पानी, पीसीओ, कुरियर सेवा सहित सारी आवश्यक सुविधाएं मुहैय्या करा दी गई है।