कोरोना संकट के कारण 14 मार्च को होने वाली महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। गत वर्ष से महाराष्ट्र में स्कूल, कॉलेज और अन्य परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं। महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की परीक्षा भी इस वजह से नही हुई थी। छात्रों ने आगामी 14 मार्च को निर्धारित एमपीएससी परीक्षा देने की पूरी तैयारी की हुई थी। परीक्षा के तीन दिन ही बाकी थे। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग मंडल ने एक परिपत्र जारी करते हुए कहा है कि राज्य में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है इसलिए यह परीक्षा बाद में होंगी।
प्रतियोगिता परीक्षा का केंद्र पुणे में है। यहां परीक्षा की तैयारी के लिए अलग-अलग जिलों से छात्र आते हैं। आज दोपहर पुणे, नागपुर और औरंगाबाद में हजारों छात्र परीक्षा स्थगित किए जाने के विरोध में सड़कों पर उतर आए और पूर्व निर्धारित 14 मार्च काे परीक्षा कराए जाने की मांग की। उनका कहना है कि हम गरीब परिवारों से हैं। मां-बाप खेती करके हमें यहां पढ़ाने के लिए भेजते हैं। हमारा हर महीने का खर्चा 9,000 से 10,000 रुपये हो जाता है। पिछले पांच साल से हम परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। सरकारी अधिकारी बनने का यही मौका है। अगर उम्र निकल गई, तो फिर हम परीक्षा नहीं दे पाएंगे।
भाजपा विधायक गोपीचंद पडालकर ने कहा कि एक लाख छात्रों ने एमपीएससी परीक्षा के लिए तैयारी की है। उनका हर महीने करीब दस हजार रुपये खर्च होता है। 14 मार्च को परीक्षा नहीं कराए जाने से छात्रों में नाराजगी है।