निजी क्षेत्र की सतलज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एनजेवीएनएल) देश में सबसे अधिक बीमा दावा हासिल करने वाली कंपनियों की सूची में शामिल हो गई है।
एनजेवीएनएल को 307 करोड़ रुपये का रिकार्ड बीमा दावा मिला है। बीमा दावे के लिए हुई बैठक के दौरान राष्ट्रीय बीमा कंपनी के अध्यक्ष वी रामासामी ने एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एच के शर्मा को 307 करोड़ रुपये का चेक सौंपा।
शर्मा ने बताया किकरीब तीन साल पहले नथपा झाकड़ी पावर स्टेशन के कारोबार में हुई रुकावट और आवश्यक सामग्री की नुकसान की वजह से कंपनी को काफी घाटे का सामना करना पड़ा था और इस वजह से कंपनी ने बीमा का दावा किया था। यह धनराशि कंपनी को बीमा दावे के जरिए मिली है।’ गौरतलब है कि 1500 मेगावाट उत्पादन क्षमता वाली नथपा परियोजना मूर्त रूप देने वाली कंपनी एसजेवीएनएल है। इस प्रोजेक्ट का परिचालन भी एसजेवीएनएल ही कर रही है।
साल 2004 में इस परियोजना का परिचालन शुरू हुआ था लेकिन कुछ साल पहले सतलज नदी में आई जबर्दस्त बाढ़ की वजह से इस परियोजना को काफी नुकसान हुआ था। बाढ़ की वजह से पावर हॉउस की मशीनरी सहित अन्य उपकरण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसके चलते परियोजना को 44 दिनों के लिए ठप कर दिया गया था और करीब तीन महीनों के बाद स्थिति सामान्य होने के बाद ही परियोजना के कार्य को आगे बढ़ाया गया।
इस दौरान एसजेवीएनएल को करीब 237 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। शर्मा ने बताया कि, ‘राष्ट्रीय बीमा कंपनी के पास इंडस्ट्रियल ऑल इंडिया रिस्क पालिसी के तहत नथपा प्रोजेक्ट का बीमा किया गया था। इसके अलावा सहायक बीमाकर्ता के रूप में न्यू इंडिया एश्यूरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, रिलायंस जेनरल इंडिया इंश्योरेंस, बजाज एलांइज जेनरल इंश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड और चोलामंडलम आदि के जरिए भी नथपा प्रोजेक्ट का बीमा किया गया था।’
उन्होंने यह भी बताया, ‘बीमा कंपनी ने आखिरकार एसजेवीएनएल के बीमा दावे पर समझौता कर लिया है। उपकरणों की क्षतिपूर्ति के लिए 71 करोड़ रुपये और कारोबारी रुकावट से हुए घाटे के लिए 237 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई। बीमा के रूप में इतनी बड़ी राशि का मुहैया करवाया जाना बीमा इतिहास के क्षेत्र में एक रिकार्ड है और साथ ही साथ बिजली के क्षेत्र में भी।’