प्रमुख वाहन कंपनी टाटा मोटर्स का समेकित शुद्ध घाटा 31 मार्च 2021 को समाप्त चौथी तिमाही में घटकर 7,585 करोड़ रुपये रह गया। तिमाही के दौरान बिक्री बढऩे से कंपनी को रफ्तार मिली। कंपनी ने बीएसई को दी जानकारी में कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 9,864 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया था। तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय बढ़कर 89,319 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान तिमाही में 63,057 करोड़ रुपये रही थी।
कंपनी की ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर ने तिमाही के दौरान 95.2 करोड़ पाउंड का करपूर्व घाटा दर्ज किया। इस दौरान 1.5 अरब पाउंड के अप्रत्याशित शुल्क का झटका लगा। हालांकि तिमाही के दौरान जेएलआर का राजस्व 20.5 फीसदी बढ़कर 6.5 अरब पाउंड हो गया। चीन में बिक्री बढऩे और नए डिफेंडर मॉडल से राजस्व को बल मिला। चौथी तिमाही के दौरान खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 12.4 फीसदी बढ़कर 1,23,483 वाहन हो गई। पूरे वित्त वर्ष 2021 के लिए जेएलआर का राजस्व 19.7 अरब पाउंड रहा जबकि खुदरा बिक्री 13.6 फीसदी घटकर 4,39,588 वाहनों की रही।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी थिएरी बोलोर ने कहा, ‘मैं एक चुनौतीपूर्ण वर्ष के दौरान कंपनी के लचीलेपन और दमदार सुधार को देखते हुए काफी उत्साहित हूं। वैश्विक महामारी के बावजूद साल के दौरान काफी सकारात्मक बदलाव दिखा, खासकर फरवरी में रीइमेजिन रणनीति की शुरुआत होने के बाद।’
एकल आधार पर टाटा मोटर्स का शुद्ध लाभ 1,645.69 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 4,871.05 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था।
टाटा मोटर्स की एकल आय 20,305.90 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 10,001.79 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही के दौरान कंपनी की थोक बिक्री (निर्यात समेत) 90.2 फीसदी बढ़कर 1,96,859 वाहन रही। टाटा मोटर्स के सीईओ व प्रबंध निदेशक गुंटेर बट्सचेक ने कहा, वित्त वर्ष 21 में वाहन उद्योग पर कोविड का गहरा असर पड़ा, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन में ढील और कुछ और मांग निकलने से धीरे-धीरे इसमें सुधार हुआ क्योंकि अर्थव्यवस्था में भी सुधार दर्ज हुआ।
बट्सचेक ने कहा, टाटा मोटर्स में हमने कई आपूर्ति शृंखला के अवरोध को दूर करते हुए क्षमता में इजाफा किया, वहीं अपने कर्मियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा का ख्याल रखा। वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए टाटा ग्रुप के सीएफओ पी बी बजाज ने कहा, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन और यूरोप में कारोबार सुधर रहा है लेकिन आपूर्ति के अवरोध (खास तौर से सेमीकंडक्टर) के कारण अल्पावधि की चुनौतियां हैं। अल्पावधि की मुश्किलें हैं लेकिन यात्री वाहन में मजबूत सुधार की संभावना है क्योंकि ग्राहक अपने व्यक्तिगत वाहन की ओर बढ़ रहे हैं। हालांकि वाणिज्यिक वाहन क्षेत्र की चुनौतियां ज्यादा हैं और कंपनी उत्पादन घटाने जैसे कदम उठा रही है ताकि डीलर व्यावहारिक बना रहे।
वित्त वर्ष 2020-21 में टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध नुकसान 13,395 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले उसका शुद्ध घाटा 11,975 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की कुल आय इस अवधि में 2,52,438 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले यानी वित्त वर्ष 20 में 2,64,041 करोड़ रुपये रही थी।