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उत्तराखंड के पौड़ी में बाघों का आतंक, चार दिनों के दो लोगों की मौत, कई गांवों में लगा नाईट कर्फ्यू

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भाषा
Last Updated- April 17, 2023 | 6:54 PM IST

उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रिखणीखाल क्षेत्र में चार दिनों के अंदर आदमखोर बाघ के हमलों में दो व्यक्तियों के मारे जाने से चिंतित जिला प्रशासन ने सोमवार को रिखणीखाल और धुमाकोट तहसील के बाघ प्रभावित क्षेत्रों में रात का कर्फ्यू लगा दिया है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग से सटे नैनीडांडा ब्लाक के ग्रामसभा उम्टा के सिमली तल्ली गांव में शनिवार को बाघ ने हमला कर 75 वर्षीय रणवीर सिंह नेगी को मार दिया था। चार दिन पूर्व भी क्षेत्र के डल्ला गांव में बाघ ने एक 72 वर्षीय बुजुर्ग को अपना शिकार बनाया था। ताजा घटनास्थल पहली वारदात की जगह से केवल 25 किलोमीटर दूर है।

पौड़ी के जिलाधिकारी आशीष चौहान ने एक आदेश में कहा कि बाघ के हमले में दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी है जिससे स्थानीय जनता में भय का माहौल व्याप्त होने तथा बाघ द्वारा पुनः हमला किये जाने की प्रबल आशंका के चलते अग्रिम आदेशों तक शाम सात बजे से प्रातः छह बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है।

इसमें कहा गया है कि यह रात्रि कर्फ्यू रिखणीखाल और धुमाकोट तहसील के लगभग 25—26 बाघ प्रभावित गांवों में लगाया गया है ताकि ग्रामीण रात के समय अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और उनका जीवन खतरे में न पड़े।

अधिकारी ने बाघ प्रभावित क्षेत्र में आने वाले विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में सोमवार और मंगलवार को दो दिवसीय अवकाश घोषित किया है। चौहान ने रिखणीखाल और धुमाकोट के तहसीलदारों को अगले आदेश तक प्रभावित क्षेत्र में ही तैनात रहने के निर्देश दिए गये हैं।

ग्रामीणों के अनुरोध पर उन्होंने जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को उन्हें चारापत्ती उपलब्ध करवाने के आदेश भी दिए हैं ताकि उन्हें पशुओं के चारे का प्रबंध करने के लिए जंगल में न जाना पड़े।

First Published : April 17, 2023 | 6:54 PM IST