कुछ ही महीने पहले की बात है। लुधियाना में मॉल संस्कृति के जोरदार उड़ान भरने की बात कही जा रही थी, लेकिन शहर में मॉल उम्मीद के मुताबिक परवान नहीं चढ़ सके हैं।
दो साल पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि अगले दो वर्षो के दौरान शहर में 20 से अधिक मॉल होंगे लेकिन ताजा आंकड़े बताते हैं कि शहर में सिर्फ तीन मॉल ही चालू हो सके हैं। लुधियाना में करीब एक दर्जन मॉल निर्माणाधीन हैं। लुधियाना फिरोजपुर रोड पर अंसल प्लाजा मॉल, वेस्टे एंड मॉल और मल्हार रोड पर फ्लेम्ज मॉल चालू हो चुके हैं।
बीते दिनों इस्पात और सीमेंट की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण लुधियाना में मॉल के निर्माण में देरी हो रही है। रियल एस्टेट परियोजनाओं की लागत में काफी बढ़ोतरी हुई है। चंडीगढ़ स्थित आर्किटेक्ट पी के मुखर्जी ने बताया कि सीमेंट की 50 किलो की बोरी की कीमत बढ़कर 250 रुपये हो गई है।
सीमेंट की कीमतों में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। मुखर्जी ने बताया कि इस्पात और सीमेंट की दाप लगभग दोगुने हो चुके हैं। इसके अलावा पहले से चालू हो चुके मॉल को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया अधिक उत्साहजनक नहीं है। इसलिए दूसरे मॉल का निर्माण भी धीमी गति से किया जा रहा है।
महंगाई के बढ़ने और रियल एस्टेट किराए में बढ़ोतरी के कारण भी रिटेल कारोबारी विस्तार परियोजनाओं को आगे के लिए टाल रहे हैं। बर्कले रियलटेक के महाप्रबंधक कमल जिंदल ने बताया कि लुधियाना में सीमित ब्रांड विकल्पों के कारण भी नए शॉपिंग मॉल के खुलने में देरी हो रही है। शहर में पहले से खुल चुके तीन मॉल में प्रमुख ब्रांडों के शो रूप खुल चुके हैं और नए खुलने वाले मॉल को खरीदार और किराएदार नहीं मिल रहे हैं।