कोरोना महामारी से निपटने में उत्तर प्रदेश सरकार को कॉरपोरेट जगत से भरपूर सहयोग मिला है। उत्तर प्रदेश में सक्रिय एचसीएल टेक्नोलोजीज के 22 करोड़ रुपये सहित देश के कई अन्य कॉरपोरेट घरानों से उत्तर प्रदेश सरकार को पीपीई किट, टेस्टिंग किट और अन्य रूप में 40 करोड़ रुपये की मदद दी गई है।
उत्तर प्रदेश में लघु उद्यम, खादी ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल के मुताबिक कोरोना महामारी से लडऩे के लिए प्रदेश सरकार को एचसीएल ने एक लाख पीपीई किट के रुप में 20 करोड़ और वीटीएम, टेस्ट किट के तौर पर दो करोड़ रुपये की सहायता पहुंचाई है। इसके अलावा खादी बोर्ड ने 1.35 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी दी है। सॉफ्टवेयर क्षेत्र की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने दो करोड़ रुपये लागत की चार आरटी पीसीआर मशीनें उपलब्ध कराई हैं जो कोरोना की जांच में खासी मददगार हैं। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट ने चार करोड़ रुपये की लागत से चार आरएनए एक्सट्रैक्शन मशीनें भी मुहैय्या कराई हैं।
कारपोरेट जगत की प्रमुख कंपनी सैमसंग ने कोरोना से लडऩे के लिए दो करोड़ रुपये और एशियन पेंट्स ने भी दो करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उत्तर प्रदेश सरकार को दी है। रेडिको खेतान ने 25 लाख रुपये का सैनिटाइजर प्रदेश सरकार को दिया है। वहीं फैब इंडिया और नेटफ्लिक्स ने 50-60 हजार पीपीई किट कोरोना से जंग लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए दिए हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार का खादी ग्रामोद्योग विभाग व एमएसएमई विभाग कोरोना महामारी से लडऩे में खास तौर से सक्रिय है। दोनो ही विभागों की ओर से आम जनता से लिए बड़े पैमाने पर मास्क तैयार कर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। एमएसएमई सेक्टर में बीते दिनों में बड़े पैमाने पर घर वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया गया है। प्रदेश सरकार की योजना 90 लाख एमएसएमई मे हर एक में कम से कम एक नया रोजगार पैदा करने की है।